रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को पेट्रोल तथा डीजल के बढ़ते दामों को लेकर देश को गुमराह नहीं करना चाहिए। साथ ही उन्होंने मांग की कि केंद्र को पेट्रोलियम पदार्थों पर लगने वाले उपकर (सेस) को ख़त्म करना चाहिए। CM बघेल ने बृहस्पतिवार को विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि बीजेपी शासित प्रदेशों को पहले ईंधन पर वैट कम करना चाहिए। बघेल ने कहा, "बढ़ते दामों के लिए प्रदेशों को अपराधी ठहराया जा रहा है। आप दिन प्रतिदिन दरें क्यों बढ़ा रहे हैं? 12 दिनों में पेट्रोल के दामों में 10 रुपये का इजाफा किया गया है। पीएम को देश को गुमराह नहीं करना चाहिए।"
वही सीएम से चर्चा में जब संवाददाताओं ने पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम करने के लिए प्रदेश सरकारों द्वारा वैट कम करने के पीएम के आह्वान को लेकर प्रश्न किया तो उन्होंने कहा कि 'भारत सरकार पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस के दाम निरंतर बढ़ा रहे है। रसोई गैस में तो वैट नहीं लगता है उसका दाम क्यों बढ़ रहा है। अभी जो खाने का तेल है उसका दाम निरंतर क्यों बढ़ रहा है। यह आम आदमी को बहकावे में लाने जैसी बात है कि महंगाई हमारी वजह से नहीं प्रदेशों की वजह से बढ़ रही है।"
सीएम ने इस के चलते पेट्रोलियम पदार्थों पर सेस समाप्त करने की मांग की। बघेल ने कहा, "छत्तीसगढ़ में पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट की दर अन्य प्रदेशों से कम है।" उन्होंने कहा कि "छत्तीसगढ़ 23-24 प्रतिशत वैट वसूलता है, जबकि कई अन्य प्रदेश 29 से 31 प्रतिशत की दर से वैट वसूलते हैं। बीजेपी शासित प्रदेश को पहले (वैट) कम करना चाहिए, वे (केंद्र) दरों में बढ़ोतरी करते हैं तथा प्रदेशों को कम करने के लिए बोलते हैं। उन्हें पहले सेस समाप्त करना चाहिए।" सीएम ने आगे पूछा, यदि रसोई गैस पर वैट नहीं लगाया गया है तो रसोई गैस की कीमतें क्यों बढ़ाई जा रही हैं? खाद्य तेल के दाम क्यों बढ़ रहे हैं? बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रदेशों से 'राष्ट्र हित' में पेट्रोलियम उत्पादों पर से वैट घटा कर आम आदमी को राहत देने तथा वैश्विक संकट के इस दौर में सहकारी संघवाद की भावना के साथ काम करने का आग्रह किया था।
'जो खुद CM नहीं बन सके, वो मुझे क्या PM बनाएँगे ?', मायावती ने अखिलेश यादव पर कसा तंज