शिलॉन्ग: 3 कृषि कानूनों की वापसी को लेकर पूरे देश में हलचल मची हुई है, पीएम मोदी की घोषणा के बाद देशभर से नेताओं की प्रक्रियाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि देर आए, दुरुस्त आए। इसके साथ ही सत्यपाल मलिक ने कहा है कि पहले कर देते तो अच्छा था, किन्तु मोदी जी ने बड्डपन दिखाया। मैं कृषकों को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने शांतिपूर्ण आंदोलन चलाकर इतिहास रच दिया।
मीडिया से बातचीत करते हुए सत्यपाल मलिक से जब पूछा गया कि आपने कहा था कि किसान की मांग को नजरअंदाज किया तो यूपी और संसद में भाजपा को नुकसान झेलना पड़ेगा, तो इसके जवाब में मलिक ने कहा कि मैंने कहा था कि मुझे पीएम मोदी से उम्मीद है। मैं मोदी जी को बधाई देता हूं कि उन्होंने बड़प्पन दिखाया और किसानों की समस्या को समझा। किसानों कों बधाई देता हूं कि उन्होंने बहुत तकलीफ सहन की, मगर डटे रहे।'
किसान आंदोलन में होने वाली किसानों की मौतों को लेकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, "देर आए,दुरुस्त आए. क्या आने वाले चुनावों के कारण यह फैसला लेना सरकार की विवशता था, इस सवाल पर मलिक ने कहा कि, 'इस संबंध में मैं कुछ नहीं कहना चाहता। मोदी जी बेसिकली प्रो किसान (किसान समर्थक) हैं. गुजरात में वे प्रो किसान थे. पता नहीं यहां उन्हें क्या हो गया।"
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