नई दिल्ली: पीएम मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत की स्वतंत्रता के 75 साल होने के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की मूल भावना 'जनभागीदारी' है और 130 करोड़ देशवासियों को साथ लेकर यह राष्ट्रीय पर्व मनाना है. देश की आज़ादी के 75 वें वर्ष में आयोजित किए जाने वाले समारोहों और कार्यक्रमों की रूपरेखा निर्धारित करने के लिये गठित उच्च स्तरीय समिति की पहली मीटिंग को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष का यह पर्व एक ऐसा होना चाहिए जिसमें स्वाधीनता संग्राम की भावना और उसके त्याग का साक्षात अनुभव हो सके.
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि, ‘देश को स्वतंत्रता के संघर्ष, आइडियाज एट 75, एचीवमेंट एट 75, एक्शन एट 75, रिसोल्व एट 75 सभी 5 चीजों को लेकर आगे बढ़ना है. इन सभी में देश के 130 करोड़ लोगों के आइडियाज, उनकी भावनाएं शामिल होनी चाहिए.’ पीएम मोदी ने आगे कहा कि, 'यह ऐसा पर्व होना चाहिए जिसमें देश के शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि भी हो और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प भी. जिसमें सनातन भारत के गौरव की भी झलक हो, जिसमें आधुनिक भारत की चमक भी हो.'
पीएम मोदी ने कहा कि, 'हमें 130 करोड़ देशवासियों को साथ लेकर, उन्हें साथ जोड़कर स्वतंत्रता के 75 साल का ये पर्व मनाना है. जनभागीदारी इस आयोजन की, इस उत्सव की मूल भावना है.' पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष के पड़ाव पर स्वतंत्रता आंदोलन, विचारों, उपलब्धियों, कार्यों और संकल्पों को लेकर आगे बढ़ना है और इन सभी में देश के 130 करोड़ लोगों की भावनाएं निहित होनी चाहिए.
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