21 हजार करोड़ ने उड़ाई पीएम की नींद!

21 हजार करोड़ ने उड़ाई पीएम की नींद!
Share:

नईदिल्ली। नोटबंदी के बाद अगर किसी ने बैंक खाते में आय से ज्यादा अनुपात में पैसे जमा कर दिए हैं तो उसकी खैर नहीं! पीएम की अगुवाई में कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला हुआ है। सूत्रो के मुताबिक अपने खातों में बेहिसाबी धन जमा करने वालों पर सरकार अधिक दर से टैक्स लगाने की तैयारी में है। नोटबंदी के बाद बैंक खातों में बेहिसाब पुराने नोट जमा करने वालों की मुश्किलें बढ़ने जा रही है।

शुक्रवार की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें नोट बदलने की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है। अब लोग बैंक्स और डाकघर में अपने नोट बदलवा सकते हैं हालांकि 500 रूपए के पुराने नोट कुछ स्थानों पर 15 दिसंबर तक स्वीकारे जाऐंगे। लोगों का मानना है कि मोदी सरकार ने बड़े फैसले ले लिए हैं।

इसका अब व्यापक असर होगा। सबसे अधिक असर कालेधन पर होने की संभावना है। आमतौर पर कैबिनेट की बैठक बुधवार को होती है जो गुरूवार को भी हुई लेकिन कल रात अचानक कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई गई। सूत्रों के मुताबिक नोटबंदी के बाद आय से जमा ज्यादा जमा करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने की तैयारी हो गई है।

माना जा रहा है कि आय से ज्यादा जमा करने वालों पर 60 फीसदी के करीब इनकम टैक्स लगाने की तैयारी कर ली गई है सरकार इसके लिए इनकम टैक्स एक्ट में बदलाव भी करने जा रही है और बदलाव का बिल संसद के इसी सत्र में लाया जा सकता है। माना जा रहा है कि बैंकों में जीरो बैलेंस वाले जनधन खातों में दो सप्ताह के भीतर इक्कीस हजार करोड़ रुपये से अधिक जमा होने की खबरों बाद सरकार ये कदम उठाने जा रही है।

पहले कहा जा रहा था कि इनकम टैक्स विभाग आय से ज्यादा जमा होने पर 200 फीसदी तक जुर्माना लगा सकता है। इनकम टैक्स विभाग बैंक खातों में 8 नवंबर के बाद से ढाई लाख रुपये से ज्यादा जमा होने पर नजर रख रहा है। ऐसी खबरें आ रही थी कि बड़े जुर्माने के डर से लोग बैंक अकाउंट में पुराने नोट जमा नहीं कर रहे हैं। सरकार चाहती है कि लोग नोट फेंकने या जलाने के बजाए खाते में जमा करे।

 

 

 

 

 

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -