नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी का तीन दशक पुराना भाषण इस समय ख़बरों में छा गया है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में उस घटना का जिक्र किया तथा बताया कि कैसे उस दौर में उनके आने से पहले कश्मीर में पोस्टर लगाए गए थे। प्रधानमंत्री ने जम्मू में इस आतंकवादियों को जवाब देते हुए कहा था कि दो दिन पश्चात् लाल चौक पर यह फैसला हो जाएगा कि किसने मां का दूध पिया है। प्रधानमंत्री मोदी के उस भाषण का वीडियो भी सामने आया है। दिल्ली में भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने प्रधानमंत्री मोदी का 32 वर्ष पुराना वीडियो ट्विटर पर साझा किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का नाम लिए बिना पीएम ने कहा कि यहां जम्मू-कश्मीर की भी चर्चा हुई। जो अभी-अभी जम्मू-कश्मीर घूमकर आए हैं, उन्होंने देखा होगा कि वह कितनी आन बान शान के साथ वहां जा सकते हैं। आज जो शांति आई है, चैन से जा सकते हैं। पर्यटकों की आवक में कई दशकों पश्चात् जम्मू-कश्मीर ने रिकॉर्ड तोड़े हैं। आज वहां लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह भी लाल चौक पर झंडा फहराने का संकल्प लेकर कश्मीर यात्रा लेकर गए थे। तब आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे कि देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पिया है, जो लाल चौक पर झंडा फहराता है।
ये है मोदी जी का वो भाषण जिसका ज़िक्र आज @narendramodi जी ने आज संसद में किया ????
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 8, 2023
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प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि किस प्रकार उन्होंने जम्मू में इस चुनौती पर बोला था कि लाल चौक पर इसका फैसला होगा। मोदी ने कहा कि उन्होंने उस वर्ष 23 जनवरी को घोषणा की थी कि 26 जनवरी को 11 बजे वह लाल चौक पर जाएंगे तथा सुरक्षा तथा बुलेट प्रूफ जैकेट के बिना वहां जाकर तिरंगा फहराएंगे, फिर देखेंगे कि किसने मां का दूध पिया है। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने प्रधानमंत्री मोदी के उस भाषण का वीडियो भी साझा किया है। केसरिया पगड़ी पहने हुए मोदी माइक के सामने कह रहे हैं, 'लाल चौक पर पोस्टर लगाए हैं, दीवारों पर लिखा है, जिसने अपनी मां का दूध पिया हो, वह श्रीनगर के लाल चौक में आएं तथा तिरंगा फहराएं। यदि वह जिंदा वापस जाएगा तो आतंकवादी उसे ईनाम देंगे। आतंकवादी कान खोलकर सुन लें, 26 जनवरी को परसों, अब चंद घंटे बाकी हैं, लाल चौक में फैसला हो जाएगा किसने अपनी मां का दूध पिया है।' गौरतलब है कि लाल चौक जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के डाउन-टाउन क्षेत्र में स्थित है। यह कभी अलगाववादियों का गढ़ हुआ करता था।
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