नई दिल्ली: यूरोप दौरे के दूसरे दिन मंगलवार (3 मई, 2022) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुँचे थे। हवाई अड्डे पर डेनमार्क की PM मेटे फ्रेडरिक्सन ने उनका जोरदार स्वागत किया। कोपेनहेगन पहुँचने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'कोपेनहेगन पहुँचा हूँ। मैं गर्मजोशी से स्वागत के लिए PM डेरिक्सेन का बेहद आभारी हूँ। यह यात्रा भारत-डेनमार्क के संबंधों को और सशक्त करने में दूरगामी परिणाम वाली होगी।'
विदेश मंत्रालय ने भी पीएम मोदी के दौरे को लेकर ट्वीट में लिखा कि , 'डेनमार्क की PM ने कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। दोनों नेता अब डेनमार्क की PM के आधिकारिक आवास मारियनबोर्ग जाएँगे।' पीएम मोदी और डेनमार्क की पीएम मेट फ्रेडरिकसेन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। इस दौरान दोनों पक्षों ने ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप में उन्नति की समीक्षा की। विदेश मंत्रालय का कहना है कि उन्होंने कौशल विकास, जलवायु, नवीकरणीय ऊर्जा, आर्कटिक, पी2पी संबंधों आदि के क्षेत्रों में हमारे व्यापक सहयोग पर भी मंथन किया।
भारत-डेनमार्क बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि, 'इन दिनों सोशल मीडिया पर फोमो या ‘फियर ऑफ मिसिंग’ शब्द का ट्रेंड बढ़ रहा है। भारत में सुधारों और निवेश के अवसरों को देखते हुए, मैं कह सकता हूँ कि जो लोग हमारे देश में निवेश नहीं करते हैं, वे निश्चित रूप से चूक जाएँगे।' पीएम मोदी बोले कि भारत और डेनमार्क दोनों देश लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की आज़ादी, और कानून के शासन जैसे मूल्यों को तो साझा करते ही हैं, आज हमने इंडो पैसिफिक और यूक्रेन सहित कई अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी बात की है।
बयान में कहा गया है कि, 'हम उम्मीद करते हैं कि इंडिया-EU ट्रेड एग्रीमेंट पर वार्ता जल्द पूरी होगी। हमने रूल बेस्ड और फ्री इंडो पैसिफिक क्षेत्र बनाने पर बल दिया है। हमने यूक्रेन पर फ़ौरन युद्धविराम और इस मसले का हल बातचीत के माध्यम से करने पर जोर दिया है। भारत ग्लासगो कॉप 56 में लिए गए संकल्पों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुझे यकीन है कि आपके नेतृत्व में भारत और डेनमार्क के संबंध और ऊँचाईं पर जाएँगे।'
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