नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के 125 साल पूरे होने के अवसर पर मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमें एक तरफ देशवासियों का जीवन बचाना है तो दूसरी तरफ देश की अर्थव्यवस्था को भी स्थिर करना है, Speed Up करना है। इस स्थिति में आपने “Getting Growth Back” की बात शुरू की है और निश्चित तौर पर इसके लिए भारतीय उद्योग जगत के लोग बधाई के पात्र हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कोरोना के खिलाफ इकोनॉमी को फिर से मजबूत करना, हमारी उच्च प्राथमिकता में से एक है। इसके लिए सरकार जो फैसले अभी तुरंत लिए जाने जरूरी हैं, वो ले रही है। साथ में ऐसे भी फैसले लिए गए हैं जो Long Run में देश की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि महिलाएं हों, दिव्यांग हों, बुजुर्ग हों, श्रमिक हों, हर किसी को इससे लाभ मिला है। लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलेंडर उज्ज्वला योजना के अंतर्गत मुफ्त में बांटे गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आज ऐसे पॉलिसी reforms भी कर रही है जिनकी देश ने उम्मीद भी छोड़ दी थी। अगर मैं Agriculture सेक्टर की बात करूं तो हमारे यहां आजादी के बाद जो नियम-कायदे बने, उसमें किसानों को बिचौलियों के हाथों में छोड़ दिया गया था।
पीएम ने आगे कहा कि हमारे श्रमिकों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए, रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए labour reforms भी किए जा रहे हैं। जिन non-strategic sectors में प्राइवेट सेक्टर को इजाजत ही नहीं थी, उन्हें भी खोला गया है। MSMEs की Definition स्पष्ट करने की मांग लंबे समय से उद्योग जगत कर रहा था, वो पूरी हो चुकी है। इससे MSMEs बिना किसी चिंता के आगे बढ़ पाएंगे और उनको MSMEs का स्टेट्स बनाए रखने के लिए दूसरे रास्तों पर चलने की ज़रूरत नहीं रहेगी। पीएम ने कहा कि दुनिया का तीसरा वो देश जिसके पास बहुत बड़ी मात्रा में कोयले का भंडार हो, जिसके पास आप जैसे उद्यमी व्यापार जगत के लीडर्स हों, लेकिन फिर भी उस देश में बाहर से कोयला आए तो उसका कारण क्या है? अब कोल सेक्टरों को इन बंधनों से मुक्त करने का काम शुरू कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि अब देश के स्ट्रेटेजिक सेक्टर्स में भी प्राइवेट प्लेयर्स की भागीदारी एक रियलिटी बन रही है। आप स्पेस सेक्टर में निवेश करना चाहें, एटॉमिक एनर्जी में नए अवसरों को तलाशना चाहें, संभावनाएं आपके लिए पूरी तरह से खुली हुई है। हर अवसर आपका इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि, अब जरूरत है कि देश में ऐसे प्रोडक्ट्स बनें जो Made in India हों, Made for the World हों। कैसे हम देश का आयात कम से कम करें, इसे लेकर क्या नए लक्ष्य तय किए जा सकते हैं? हमें तमाम सेक्टर्स में प्रोडक्टीविटी बढ़ाने के लिए अपने टार्गेट तय करने ही होंगे ।
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