नई दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया है। पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में कहा कि "वंशवाद की राजनीति से सबसे अधिक नुकसान संस्थाओं को हुआ है। प्रेस से पार्लियामेंट तक, सोल्जर्स से लेकर फ्री स्पीच तक, कॉन्स्टिट्यूशन से लेकर कोर्ट तक, कुछ भी नहीं छोड़ा। भारत ने देखा है कि जब भी वंशवादी राजनीति हावी हुई तो उसने देश की संस्थाओं को कमजोर करने का काम किया।
गोवा के सीएम सावंत बोले- बहुमत परीक्षण में हम ही जीतेंगे
यह भी बोले पीएम मोदी
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम ने आगे कहा कि "वंशवाद को बढ़ावा देने वाली पार्टियां कभी भी स्वतंत्र और निर्भीक पत्रकारिता के साथ सहज नहीं रही हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि कांग्रेस सरकार द्वारा लाया गया सबसे पहला संवैधानिक संशोधन फ्री स्पीच पर रोक लगाने के लिए ही था। प्रेस की पहचान यही है कि वो सत्ता को सच का आईना दिखाए, लेकिन उसे अश्लील और असभ्य की पहचान देने की कोशिश की गई।
प्रियंका की गंगा यात्रा में हुआ मामूली बदलाव, अब ऐसा रहेगा कार्यक्रम
प्रतिबद्ध न्यायपालिका चाहती थीं इंदिरा जी
इसी के साथ पीएम ने आगे कहा "अदालतों की अवमानना करने में तो कांग्रेस ने महारत हासिल कर ली है। श्रीमती इंदिरा गांधी ही थीं, जो 'प्रतिबद्ध न्यायपालिका' चाहती थीं। वो चाहती थीं कि अदालतें संविधान की जगह एक परिवार के प्रति वफादार रहें। 'प्रतिबद्ध न्यायपालिका' की इसी चाहत में कांग्रेस ने भारत के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की नियुक्ति करते समय कई सम्मानित जजों की अनदेखी की। कांग्रेस के काम करने का तरीका एकदम साफ है- पहले नकारो, फिर अपमानित करो और इसके बाद धमकाओ। यदि कोई न्यायिक फैसला उनके खिलाफ जाता है, तो वे इसे पहले नकारते हैं, फिर जज को बदनाम करते हैं और उसके बाद जज के खिलाफ महाभियोग लाने में जुट जाते हैं।
तमिलनाडु की नेता का किरदार निभाएंगी सनी लियोनी, साइन की अगली फिल्म!
कई गांवों में रालोद प्रत्याशी जयंत चौधरी ने किया रोड शो, विरोधियों पर साधा निधाना
लोकसभा चुनाव में काले धन पर रोक के लिए, आयकर विभाग ने बनाया विशेष नियंत्रण कक्ष