नई दिल्ली: आज आईआईटी खड़गपुर के 66 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है. इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए छात्रों से कहा है कि 21 वीं सदी के भारत की जरुरत और आकांक्षा बदल गई है और अब IIT को अगले स्तर पर स्वदेशी प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में लिया जाना है.
IIT खड़गपुर के 66 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि, इस दिन डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को न सिर्फ एक नया जीवन शुरू करना होगा, बल्कि इस देश के लाखों लोगों के जीवन को बदलने के लिए आरंभ करना होगा. उन्होंने कहा कि आत्म जागरूकता, आत्मविश्वास और निस्वार्थता जीवन में कामयाबी की कुंजी होगी. विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के रास्ते में कोई शॉर्टकट नहीं है. यहां तक कि यदि कोई सफल नहीं होता है, तो वे कुछ नया सीखेंगे क्योंकि असफलता सफलता का आधार है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, "इंजीनियर होने के नाते एक क्षमता आपमें विकसित होती है और वो है चीजों को Pattern से Patent तक ले जाने की क्षमता. यानि एक प्रकार से आपमें विषयों को अधिक विस्तार से देखने की दृष्टि होती है. जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे. ये रास्ता सही है, गलत है, नुकसान तो नहीं हो जाएगा, वक़्त बर्बाद तो नहीं हो जाएगा? ऐसे बहुत से प्रश्न आएंगे. इन सवालों का उत्तर है- Self Three .यानी सेल्फ अवरनेस, सेल्फ कॉन्फिडेंस और सेल्फनेस. आप अपने सामर्थ्य को पहचानकर आगे बढ़ें, पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें, निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें.''
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