नई दिल्ली। एक देश एक टैक्स की नीति को शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात्रि में 12 बजे लागू कर दिया गया। हालांकि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने जीएसटी लागू करने का विरोध किया। मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के सभागार में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की मौजूदगी में जीएसटी को लागू किया। अपने उद्बोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टैक्स एक देश की व्यवस्था लागू करने के लिए सत्तासीन गठबंधन के ही साथ सभी दलों को धन्यवाद दिया।
उन्होंने वर्ष 2019 से पूर्व न्यू इंडिया कैंपेन को मजबूत करने के प्रयास करने की बात कही। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीएसटी लागू किए जाने का विरोध किया था। साथ ही कांग्रेस ने भी इसका विरोध किया था। भले ही पश्चिम बंगाल के वित्तमंत्री अमित मित्रा जीएसटी की काउंसिल मीट में भाग लेते रहे मगर जीएसटी को लागू किए जाने के दौरान उन्होंने जीएसटी को समर्थन देने से इन्कार कर दिया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा था कि इस बदलाव से बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा आदि राज्यों को एक व्यवस्था मिलेगी और ये राज्य आगे बढ़ेंगे।
यह भी कहा गया कि पूर्वी भाग को विकास का मौका भी मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय स्वाधनता के अवसर और उसकी मध्रात्रि का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने पहली संविधान सभा की बैठक का उल्लेख किया और 9 दिसंबर 1946 को संसद के सभागार में लोगों की मौजूदगी का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी के रूप से बढ़कर कोई और स्थान नहीं हो सकता है। इस कार्य हेतु देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू के ट्रिस्ट विद डेस्टनी का उल्लेख नहीं किया।
GST लागु होने से पहले TAX में किया बड़ा बदलाव, किसानो को दी राहत
GST से पहले कार बुकिंग हुई डबल, डिस्काउंट देने से हुआ कंपनियों को फायदा
बटन दबाते ही मिला 17 टेक्स से छुटकारा, PM मोदी ने GST को बताया गुड एन्ड सिम्पल टेक्स