नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार (2 सितम्बर) को यानी आज कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत को नौसेना को सौंपते हुए इंडियन नेवी के लिए नए ध्वज का भी अनावरण किया। नौसेना के पुराने ध्वज में तिरंगे के साथ सेंट जॉर्ज क्रॉस (अंग्रेजों की निशानी) को भी रखा गया था। पीएम मोदी ने इसे गुलामी का प्रतीक करार दिया। नौसेना के नए ध्वज में छत्रपति शिवाजी महाराज के चिन्ह को शामिल किया गया है। नए निशान पर इंडियन नेवी का आदर्श वाक्य 'सम नो वरुणः' अंकित है।
#WATCH | Kochi, Kerala | Hoisting of the new Naval Ensign 'Nishaan', on #INSVikrant in the presence of Prime Minister Narendra Modi. pic.twitter.com/DaFdg52iMU
— ANI (@ANI) September 2, 2022
बता दें कि 15 अगस्त, 1947 को देश जब स्वतंत्र हुआ, तो भारतीय रक्षा बलों ने ब्रिटिश औपनिवेशिक झंडे और बैज को बरकरार रखा। 26 जनवरी, 1950 को इसके पैटर्न में संशोधन किया गया था। नेवी के झंडे को भी बदल दिया गया था, मगर ध्वज में एकमात्र अंतर यह किया गया था कि यूनियन जैक के स्थान पर तिरंगा लगाया गया था और जॉर्ज क्रॉस को भी बरकरार रखा गया था। नौसेना के ध्वज में कई बार संशोधन हुए, मगर आज तक रेड क्रॉस को नहीं हटाया गया। एक बदलाव 2001 में किया गया था, लेकिन, उस वक़्त भी सेंट जॉर्ज क्रॉस को नहीं हटाया गया था।
भारतीय नौसेना के ध्वज में बदलाव की मांग काफी समय से की जा रही थी। वाइस एडमिरल वीईसी बारबोजा ने इसको लेकर सुझाव भी दिया था, जो नेवी से फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पश्चिमी नौसेना कमान के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। 2004 में एक और परिवर्तन किया गया था, मगर इस वक़्त भी सेंट जॉर्ज क्रॉस को नहीं हटाया गया। 2014 में देवनागरी लिपि में अशोक चिन्ह के नीचे झंडे पर 'सत्यमेव जयते' शब्द शामिल किया गया था।
लेकिन, पीएम मोदी ने आज नए ध्वज का अनावरण किया, जिसके ऊपरी कैंटन पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा मौजूद है। राष्ट्रीय प्रतीक के साथ एक नीला अष्टकोणीय आकार भी है। इसे नेवी के आदर्श वाक्य के साथ ढाल पर लगाया जाता है। नौसेना ने नए ध्वज को प्रदर्शित करते हुए वीडियो में कहा कि, 'जुड़वां सुनहरी सीमाओं के साथ अष्टकोणीय आकार महान भारतीय सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज की मुहर से प्रेरणा लेता है, जिनके दूरदर्शी समुद्री दृष्टिकोण ने एक विश्वसनीय नौसैनिक बेड़े की स्थापना की।'
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