नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन को कारगर तरीके से लागू करने के लिए तमाम ग्राम प्रधानों और सरपंचों को पत्र लिखा है। पीएम मोदी ने अपने पत्र में बताया है कि कैसे इस मिशन ने सार्वजनिक भागीदारी के जरिए इतिहास रचा है। इस मिशन के जरिए, न सिर्फ पानी की आपूर्ति की समस्या का निराकरण किया जाएगा, बल्कि यह जल जनित रोगों जैसे कि हैजा, पेचिश, दस्त, एन्सेफलाइटिस, टाइफाइड आदि से निपटने में भी सहायता करेगा।
पीएम मोदी ने लिखा कि जब मवेशियों को सुरक्षित और साफ पानी मुहिया कराया जाता है, तो यह ना सिर्फ उनके स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि उनकी उत्पादकता में भी सुधार करता है। इस तरह परिवारों की आमदनी में भी सुधार होता है। पीएम मोदी ने जल जीवन मिशन को एक जन आंदोलन बनाने के लिए लोगों और ग्राम पंचायतों से आग्रह किया है। पीएम मोदी ने यह पत्र ऐसे वक़्त में लिखा है जब देश कोरोना महामारी से मुकाबला करने के साथ आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम उठा रहा है।
पत्र में केंद्र सरकार द्वारा विगत छह सालों में सभी लोगों को सड़क, आवास, शौचालय, गैस कनेक्शन, बिजली, बैंक खाता और पेंशन प्रदान करने के प्रयासों का जिक्र किया गया है। पीएम मोदी ने बताया कि जल जीवन मिशन किस प्रकार एक कार्यक्रम के रूप में उभरा है, जिसमें ग्राम समुदायों में योजना, कार्यान्वयन, संचालन और देखरेख की भूमिका है, जिसके जरिए प्रत्येक घर तक पीने योग्य पानी की उपलब्धता हो सकती है।
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