नई दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल की तरह ही दूसरे कार्यकाल में भी अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा के लिए पड़ोसी देश का चयन किया है। इस बार भूटान की जगह मालदीव उनकी विदेश यात्रा का पहला पड़ाव होगा। वह अगले सात महीनों में इतने ही देशों में छह अहम बैठकों में शामिल होकर वैश्विक राजनीति में भारत की भावी भूमिका को रेखांकित करेंगे।
30 मई को फिर एक बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे नरेंद्र दामोदरदास मोदी
इस कारण करेंगे मालदीव का दौरा
जानकारी के लिए बता दें फिलहाल दुनिया की नजरें 13 जून को किर्गिस्तान में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की बैठक पर है। यहां मोदी की अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान से मुलाकात होगी। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, पीएम की पहली आधिकारिक विदेश यात्रा के लिए मालदीव को चुने जाने का फैसला हो चुका है। वह 7 और 8 जून को मालदीव की आधिकारिक यात्रा पर होंगे। वह अपने समकक्ष इब्राहिम मोहम्मद सालेह से द्विपक्षीय वार्ता के साथ भारत की मदद से शुरू हो रही कुछ अहम योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
राम मंदिर को लेकर कुछ ऐसा बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत
सियासी उथलपुथल के बीच पूर्ववर्ती मालदीव सरकार चीन के करीब चला गया था लेकिन पिछले साल सत्ता परिवर्तन के बाद नई सरकार का रुख भारत के पक्ष में है। पीएम मोदी मालदीव के इतर अगले सात महीनों के दौरान छह देशों में अहम बैठकों में शिरकत करेंगे।
कुएं में डूबने से एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत
यहां राजा के सामने बिना कपड़ों के नाचती है हजारों लडकियां, शादी ना होने तक...'
लोगों को रौंदते हुए दुकान में जा घुसी अनियंत्रित कार, एक की मौत