नई दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश के अमरकंटक (Amarkantak) क्षेत्र में पहुंचे। यहां उन्होंने नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा (Narmada Seva Yatra) का समापन किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में कई नदियां हैं मगर यदि हम अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं करेंगे तो मानव अस्तित्व की रक्षा नहीं हो सकेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा एक जीवन धारा है इसे 25 लाख से भी अधिक लोगों ने बचाने का संकल्प लिया। मध्यप्रदेश सरकार ने मां नर्मदा के पर्यावरणीय महत्व और इसके भविष्य पर चर्चा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अमरकंटक में मध्यप्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये रूपरेखा जारी करेंगे।
उन्होंने कहा कि पर्यावरणविदों,नदी संरक्षण विशेषज्ञों और नर्मदा (Narmada River) से सीधे जुड़े लोगों समेत विभिन्न पक्षकारों के साथ व्यापक चर्चा के बाद यह रूपरेखा तैयार की गयी है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में यहां की जलवायु और पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नर्मदा को बचाने के लिए इसकी सेवा करने के लिए हमें पौधारोपण करना होगा। इससे भावी पीढ़ियों को लाभ मिलेगा। पौधारोपण के माध्यम से नर्मदा के किनारे के नया स्वरूप देने की योजना तैयार की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि राजनेताओं या सरकार के किसी भी कार्य से जुड़ने पर उसका महत्व ही कम हो जाता है। उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा की सराहना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश राज्य की शिवराज सिंह सरकार की सराहना की। और मुख्यमंत्री को भी बधाईयां दीं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट करते हुए लिखा कि वे दोपहर में मध्यप्रदेश के अमरकंटक में नर्मदा सेवा यात्रा समाप्त होने के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे। यहां आकर वे खुश हैं प्रधानमंत्री ने लिखा कि वे नर्मदा सेवा मिशन शुरू करेंगे जिसका मध्य प्रदेश की परिस्थितिकी पर व्यापक असर होगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि नर्मदा सेवा यात्रा नर्मदा के संरक्षण हेतु चलाया जाने वाला एक शानदार जनआंदोलन है।
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