हांगझाऊ : चीन के पूर्वी भाग में स्थित हांगझोउ शहर में आयोजित जी-20 सम्मेलन के दूसरे दिन मोदी ने अपने भाषण में कालेधन पर लगाम कसने के लिए सदस्य देशों से मदद की अपील की. मोदी ने अत्यधिक बैंकिंग गोपनीयता खत्म करने की ओर कदम बढ़ाने की बात कही और प्रभावी वित्तीय संचालन के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ पहल करने के वास्ते पूर्ण प्रतिबद्धता और आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया.
सम्मेलन के दूसरे दिन पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा प्रभावी वित्तीय संचालन के लिए भ्रष्टाचार, कालाधन और कर चोरी से निपटना महत्वपूर्ण है. इसके लिए हमें आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करने, धन शोधन करने वालों की तलाश और उनका बिना शर्त प्रत्यर्पण करने, जटिल अंतरराष्ट्रीय नियमों के जाल को तोड़ने और अत्यधिक बैंकिंग गोपनीय खत्म करने के लिए प्रयास करने की जरूत है जो भ्रष्टाचार और उनके कारनामों पर पर्दा डालते हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने विकास और सहयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से लगातार बातचीत करने पर भी जोर दिया.
उल्लेखनीय है कि जी-20 देशों की बैठक के दूसरे और अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा से भी मुलाकात की. बैठक में दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई. दोनों देश आपसी सामरिक भागीदारी बढ़ाने को लेकर भी राजी हुए. पीएम मोदी ने ब्रिटेन की पीएम को भारत आने का निमंत्रण भी दिया. मोदी सोमवार को अर्जेंटीना के राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे.
इससे पहले रविवार को पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान एनएसजी पर चीन के सहयोग को लेकर भी बातचीत हुई. प्रधानमंत्री ने जिनपिंग से मुलाकात करते हुए कहा कि भारत और चीन की भागीदारी केवल इस क्षेत्र के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद जिनपिंग ने कहा उनका देश भारत से अच्छे रिश्ते चाहता है और वे भारत-चीन के संबंधों को और आगे ले जाना चाहते हैं. जिनपिंग ने पीएम मोदी के आर्थिक नीतियों की सराहना भी की.