नई दिल्ली: देश को खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार आने वाले दिनों में कई बड़े फैसले ले सकती है। किसान सम्मान निधी की 9वीं किस्त जारी करने के बाद कृषकों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार आने वाले दिनों में देश को खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठाने जा रही है और इस हेतु 11,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि जिस प्रकार देश गेहूं और चावल के मामले में आत्मनिर्भर बना है, उसी प्रकार हमने खाने के तेल के मामले में आत्मनिर्भर बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
किसानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, "केवल गेहूं, चावल और चीनी में ही आत्मनिर्भरता पर्याप्त नहीं है, बल्कि दाल और तेल में भी आत्मनिर्भरता जरूरी है और भारत के किसान यह करके दिखा सकते हैं। कुछ वर्ष पूर्व जब देश में दालों की काफी कमी हो गई थी, तो मैने देश के किसानों से दाल उत्पादन बढ़ाने का अनुरोध किया था, मेरे उस आग्रह को देश के किसानों ने स्वीकार किया, नतीजा यह हुआ कि विगत 6 वर्षों में देश में दाल उत्पादन में 50 फीसद वृद्धि हुई है, जो काम हमने दलहन में किया या अतीत में गेहूं और धान को लेकर किया अब वही संकल्प खाने के तेल के प्रोडक्शन के लिए भी लेना है। खाद्य तेल में हमारा देश आत्मनिर्भर हो, इसके लिए हमें युद्धस्तर पर काम करना है।"
पीएम मोदी ने कहा कि, "खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता के लिए अब राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन ऑयल पाम का संकल्प लिया गया है। इस मिशन के जरिए खाने के तेल से संबंधित ईको सिस्टम पर 11000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसानों को उत्तम बीज से लेकर टेक्नोलॉजी की हर सुविधा मिले, इस मिशन के तहत ऑयल पाम की खेती को बढ़ावा देने के साथ हमारी जो अन्य पारंपारिक तिलहन फसले हैं उसकी खेती को भी विस्तार दिया जाएगा।"
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