नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार (9 फरवरी) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद में जो चर्चा चल रही है, उस चर्चा में शामिल होकर मैं आदरणीय राष्ट्रपति जी का धन्यवाद करता हूं। उनका अभिनंदन करता हूं। पीएम मोदी के संबोधन के दौरान विपक्षी दलों के सांसदों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। कई बार तो विपक्षी सांसदों का शोर इतना अधिक हो गया कि, प्रधानमंत्री को सुनना तक मुश्किल हो गया।
जिसके बाद विपक्ष की नारेबाजी पर पीएम मोदी ने करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि, कुछ लोगों का व्यवहार निराशाजनक है। माननीय सदस्यों को मैं कहूंगा कि ‘कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल, जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल।' पीएम मोदी ने कहा कि, जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना अधिक खिलेगा। हमारी सफलता में आपके योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि यह सदन राज्यों का सदन है, पिछले दशकों में अनेक बुद्धिजीवियों ने सदन से देश को दिशा दी। सदन में ऐसे लोग भी बैठे हुए हैं, जिन्होंने अपने जीवन में कई सिद्धियां हासिल की है। सदन में होने वाली बातों को देश गंभीरता से सुनता और लेता है। किन्तु, यह दूर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में कुछ लोगों का बर्ताव और वाणी न केवल सदन को, बल्कि पूरे देश को निराश करने वाली है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी जब सरकार में आता है, वह देश के लिए कुछ वादा करके आता है, किन्तु केवल भावनाएं व्यक्त करने से बात नहीं बनती है। विकास की रफ़्तार क्या है, विकास की नीव, दिशा, प्रयास और परिणाम क्या है, यह बहुत अहमियत रखता है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता हमारे देश के नागरिक थे, इसलिए हमने 25 करोड़ से अधिक परिवारों तक गैस कनेक्शन की सुविधा पहुंचाई। इसमें हमें नए इंफ्रास्ट्रक्चर और पैसा खर्च करना पड़ा। 18,000 से अधिक गांव ऐसे थे, जहां आज़ादी के बाद से आज तक बिजली नहीं पहुंची थी। समयसीमा के साथ हमने 18,000 गांव में बिजली पहुंचाने का काम किया। पीएम मोदी के पूरे भाषण के दौरान विपक्ष नारेबाजी करने लगा।
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