नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आई है और इससे स्वस्थ होने की दर 88 फीसद तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि भारत सबसे पहले लॉकडाउन लागू करने वालों में था, इसके साथ ही लोगों को मास्क लगाने और सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया।
''ग्रैंड चैलेंजेस'' की सालाना बैठक को वीडियो कांफ्रेस के जरिए संबोधित करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण का टीका विकसित करने के मामले में हम अग्रिम मोर्चे पर है और इनमें से कुछ तो ''एडवांस स्टेज (अग्रिम स्तर)'' पर हैं। उन्होंने कहा कि आज हम देख रहे है कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले प्रति दिन कम हो रहे हैं और इसकी वृद्धि की दर में भी गिरावट आई है। भारत में आज स्वस्थ होने की दर भी 88 फीसद हो गई है।
उन्होंने कहा है कि, ''ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि भारत लॉकडाउन लगाने वाले पहले देशों में था। भारत पहले देशों में था जिसने मास्क के प्रयोग को लेकर लोगों को प्रोत्साहित किया। संक्रमण का पता लगाने के लिए भारत ने असरदार तरीके से काम किया और रेपिड एंटीजन जांच आरंभ करने वाले पहले देशों में था।'' उन्होंने कहा कि, ''हम यहीं रूकने वाले नहीं हैं। हम वैक्सीन वितरण का तंत्र भी विकसित कर रहे हैं।''
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