नई दिल्ली : आज आधी रात से आजादी के बाद आर्थिक सुधार के एक नए युग की शुरुआत होगी. एक देश, एक कर की अवधारणा को साकार करते हुए पीएम मोदी राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की मौजूदगी में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी GST को लांच करेंगे.संसद के सेंट्रल हाल में शुक्रवार को देर रात यह भव्य कार्यक्रम होगा, लेकिन अफ़सोस कांग्रेस समेत विपक्ष के कई दल इन ऐतिहासिक क्षणों के दौरान अनुपस्थित रहेंगे.
गौरतलब है कि 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि में आजादी की घोषणा की तर्ज पर यह भव्य कार्यक्रम संसद के गोलाकार सेंट्रल हाल में आयोजित किया गया है.देश में अप्रत्यक्ष कर सुधार की दिशा में यह अब तक सबसे बड़ा कदम है. इसकी अवधारणा 2003 में तत्कालीन एनडीए की सरकार के समय सामने आई थी.एक देश एक कर की अवधारणा को लेकर बने इस कानून में लगभग सभी तरह के अप्रत्यक्ष करों को जीएसटी में शामिल कर लिया गया है.
बता दें कि इस विशेष आयोजन में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों सहित कई अन्य को भी संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने खुद पत्र लिखकर आमंत्रित किया है. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ मंच पर आसीन होंगे.
इस आयोजन में अमिताभ बच्चन और उद्योगपति रतन टाटा के भी केंद्रीय हाल में पहुँचने की उम्मीद है. वहीँ लता मंगेशकर, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व वित्त मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा भी अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल , जीएसटी की उच्चाधिकार समिति के चेयरमैन नेशनल कान्फ्रेंस नेता अब्दुल रहीम राथर को भी न्योता दिया गया है.इसके अलावा जीएसटी काउंसिल के सभी सदस्य भी इस आयोजन में हिस्सा ले सकते है. यह कार्यक्रम शुक्रवार की रात 11 बजे शुरू होगा.
यह भी देखें
GST लॉन्चिंग का बायकॉट करेगी कांग्रेस, मनमोहन सिंह भी नहीं होंगे शामिल
GST क्रियान्वयन पर अरूण जेटली ने कहा- संविधान नहीं देता अनुमति