नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है. कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए दुनिया के कई देशों को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है. वहीं भारत में भी कोरोना की वजह से 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है. इस बीच आज देश और दुनिया में ईसाई धर्म के अहम् त्योहारों पर्वों में से एक ईस्टर मनाया जा रहा है.
ईसाई धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईसा मसीह दोबारा जीवित हो गए थे. ईसा मसीह के पुनर्जीवित होने की खुशी में ईस्टर पर्व मनाया जाता है. इसे क्रिस्चियन लोग ईस्टर संडे के नाम से मनाते हैं. ईस्टर के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ये ईस्टर हमें कोरोना वायरस को सफलतापूर्वक मात देने और एक स्वस्थ ग्रह बनाने की शक्ति प्रदान करे.
ईस्टर पर्व के पहले हफ्ते को ईस्टर सप्ताह कहा जाता है. इस दौरान ईसाई धर्म के लोग प्रेयर करते हैं, साथ ही व्रत रखते हैं. ईस्टर पर्व पर सभी चर्चों को विशेष तौर पर सजाया जाता है. इस दिन चर्च में मोमबत्तियां जलाई जाती हैं. कई क्रिश्चियनिटी को मानने वाले लोग इस दिन अपने घरों को भी मोमबत्तियों से रोशन करते हैं. ईस्टर डे के दिन विशेष तौर पर बाइबिल पढ़ी जाती है. हालांकि लॉकडाउन के चलते देश में धार्मिक स्थल भी बंद हैं.
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