नई दिल्ली: मैसूर यूनिवर्सिटी के शताब्दी दीक्षांत समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विगत 5-6 वर्षों से उच्च शिक्षा में जारी कोशिशें सिर्फ नए इंस्टीट्यूशन खोलने तक ही सीमित नहीं है। इन संस्थाओं में शासन में सुधार से लेकर जेंडर और सामाजिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी कार्य किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि, 'ऐसे संस्थानों को अधिक ऑटोनामी भी दी जा रही है।' उन्होंने विगत छह वर्षों में देश में खुलीं नई संस्थाओं के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि बीते पांच से छह वर्षों में सात नए IIM स्थापित किए गए हैं। जबकि उससे पहले देश में 13 IIM ही थे। इसी तरह लगभग छह दशक तक देश में केवल सात AIIMS देश में मौजूद थे। साल 2014 के बाद इससे दोगुने यानि 15 AIIMS देश में या तो स्थापित हो चुके हैं या फिर आरंभ होने की प्रक्रिया में हैं।
उन्होंने कहा है कि, 'आजादी के इतने सालों के बाद भी साल 2014 से पहले तक देश में 16 IIT थी। विगत 6 वर्षों में औसतन हर साल एक नई IIT खोली गई है। इसमें से एक कर्नाटक के धारवाड़ में भी खुली है। 2014 तक भारत में 9 ट्रिपल आइटी थीं। इसके बाद के 5 सालों में 16 ट्रिपल आईटी स्थापित की गई हैं।'
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