नईदिल्ली। देशभर में पैराडाइज पेपर्स लीक मामला सामने आने से हंगामा हो गया है। लगभग 714 भारतीयों के नाम भी इस दौरान सामने आए हैं। केंद्र सरकार ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं, सीबीडीटी के अध्यक्ष सुशील चंद्रा की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली जांच को मल्टी एजेंसी समूह को सौंपा गया है, इतना ही नहीं चुनावी मतदान की तारीख नवंबर के समीप आने के ही साथ हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
आॅस्ट्रेलिया में तो न्यायालय ने कड़े आदेश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री समेत विभिन्न सांसदों को अपनी नागरिकता का सबूत देना होगा। इसे लेकर न्यायालय निर्णय लेगा। जोएस के पिता न्यूजीलैंड से आए थे, जिन्होंने आॅस्ट्रेलिया में रहने के बाद औपचारिक तौर पर न्यूजीलैंड की नागरिकता नहीं छोड़ी थी, मिली जानकारी के अनुसार आॅस्ट्रेलिया का संविधान दोहरी नागरिकता के सांसदों के लिए निर्वाचन लड़ने की अनुमति नहीं देता है।
गौरतलब है कि अभी तक केवल पनामा पेपर मामले से ही विश्वभर में हंगामा मच रहा था। मगर अब पैराडाइज पेपर्स का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है। जिसमें कई कंपनियों में विश्व के लोगों का धन लगे होने की जानकारी शामिल है। यह धन असंगत तरह से लगाए जाने की बात कही गई है। भारत के करीब 714 लोगों का नाम इसमें सामने आ रहा है। हालांकि अभी तक नामों को लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है। मगर माना जा रहा है कि इसमें विश्व के कई महत्वपूर्ण व्यक्ति शामिल हो सकते हैं।
पैराडाइज पेपर्स लीक मामले में कुछ नहीं बोले भाजपा सांसद
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