मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को आज यानी मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक घोटाले से जुड़े एक मामले में पेश होना है। जी हाँ, यह तीसरी बार होने वाला है, जब वर्षा राउत को जांच एजेंसी ने तलब किया है। उनसे जुड़े सूत्रों का कहना है कि वर्षा राउत को दो बार पहले भी ईडी की तरफ से समन जारी किया गया था, लेकिन उस समय उन्होंने बीमार होने के बारे में कह दिया था। ED के द्वारा पत्नी को बुलाने के बाद संजय राउत ने एक बयान में कहा कि, 'घर की महिलाओं को लक्षित करना "कायरता का कार्य" है।'
इसके अलावा शिवसेना नेता संजय राउत ने यह भी कहा, "हम किसी से नहीं डरते हैं और उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देंगे।" आप सभी को बता दें कि बीते साल सितंबर में, RBI ने निकासी सीमा को कम कर दिया था और 4,355 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के बाद PMC बैंक की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया था। प्रवर्तन निदेशालय ने बाद में आवास विकास अवसंरचना लिमिटेड (HDIL) के स्वामित्व वाली 3,830 करोड़ रुपये से अधिक की चल और अचल संपत्ति को जब्त कर लिया था। फिलहाल शिवसेना नेता ने केंद्र सरकार पर महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए महत्वपूर्ण राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए जांच एजेंसियों का उपयोग करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "पिछले एक साल में शरद पवार, एकनाथ खडसे और प्रताप सरनाइक को नोटिस मिला और अब सभी मेरे नाम पर चर्चा कर रहे हैं। ये सभी लोग महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।" इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि, 'केंद्रीय एजेंसियों को भाजपा राजनीतिक विरोधियों के परिवार के सदस्यों के खिलाफ "हथियार" के रूप में इस्तेमाल किया जा रही है, जिन्हें जीता नहीं जा सकता। भाजपा नेताओं के पास कांग्रेस के 22 विधायकों और उनके साथ एनसीपी की सूची थी, जिन्हें केंद्रीय जांच एजेंसियों के दबाव में इस्तीफा देने के लिए बनाया जाएगा।'
जोश ब्रोलिन और कैथरीन के घर हुआ दूसरी बेटी का आगमन, स्टार्स ने दी जानकारी
कर्नाटक विधान परिषद के उप सभापति धर्मे गौड़ा का हुआ निधन
कोरोना और बढ़ती ठंड के बीच 31 जनवरी तक के लिए बढ़ाई गई गाइड लाइन