इस्लामाबाद: 5 फरवरी को हर साल पाकिस्तान द्वारा मनाए जाने वाले 'कश्मीर सॉलिडैरिटी डे' के दौरान फिर पाकिस्तान पर कब्जा करने वाले कश्मीर के लोगों ने इस्लामाबाद में आजादी के नारे लगाए। इस दौरान लोगों ने पाक पर हुक्म जमाने और ISI पर जुल्म ढाने का भी आरोप लगाया। और पिछले कई हफ्तों से पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध स का प्रदर्शन कर रहा है।
पिछले वर्ष भी 14 अगस्त को गिलगित-बाल्तिस्तान और बलूचिस्तान में पाकिस्तान सरकार और सेना का विरोध हुआ था। पाक सेना के लिए ‘गो बैक’ के नारे लगाए गए थे। इस दौरान 500 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को अरेस्ट किया गया था। POK में आए दिन पाकिस्तान और पाकिस्तनी सेना के खिलाफ प्रदर्शन होते रहे हैं। पिछले साल कोटली इलाके में अक्टूबर के महीने में आर्मी और आईएसआई की ज्यादती के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे थे। लोगों ने नवाज शरीफ सरकार के खिलाफ भी प्रदर्शन और नारेबाजी की थ। और सितंबर 2015 यह के लोग भारत के पक्ष में खड़े हुए थे।
कश्मीर में लोग अब खुलआम पाकिस्तान के बारे में बोल रहे हैं। और वही पाक अफसरशाही के जुल्म से तंग आकर लोग सड़कों पर भी उतर आए हैं। रविवार को कश्मीर सॉलिडैरिटी डे के आयोजन पर POK में काफी आजादी के नारे लगाए गए। यहा के लोगों का कहना हैं कि यहां नागरिकों की आजादी छीनी जा रही है। ना कुछ बोलने की आजादी है, ना ही कुछ लिखने की। लोगों ने यह भी बताया की जो स्थानीय पत्रकारों है उनको सच छापने पर पाबंदी लगाई जाती है। उन्हें डराया धमकाया जाता है सरे आम यहां मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है।
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