मुंबई: महाराष्ट्र के सुखाग्रस्त क्षेत्रों से मुंबई आए परेशान लोगों को अब पुलिस लाठी बरसा रही है. दो दिन पहले पुलिस की लाठी के बचने के चक्कर में दो माह का मासूम मां के हाथ से गिर गया और उसकी मृत्यु हो गई. सोलापूर उस्मानाबाद जिले से सुखाग्रस्त किसान मुंबई के चेंबूर में अमर महल पुल के नीचे रहते है. एक तो सुखे नें गांव छोड़ने पर विवश कर दिया है और अब साथ ही पुलिस वालों ने जीना मुहाल कर दिया है, ऐसी स्थिती में अब अन्नदाता परेशान हो गए है.
खबर के अनुसार चेंबूर के अमर महाल में स्थित इस ब्रिज के नीचे करीब 13 से 15 परिवार रहते है. यह सभी पारधी समाज के संबंध रखते हैं. जो की कई वर्षों से सुखे की स्थिति में मुंबई आते है. यहां जो काम मिलता है वो काम कर अपना गुजारा करते है. दो दिन पहले रात को पुलिस यहाँ पर आई और उन्हे यहां से भगाने लगी. पुलिस ने गरीब किसानों पर लाठियां बरसाना शुरु कर दिया, अफरातफरी मची, लोग इधर उधर भागने लगे तभी जया शिंदे के हाथो से उसका 2 माह का बच्चा सड़क पर गिर गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
जया ने बताया की रात के समय पुलिस ने डंडा फेंककर मारा तब बच्चा मेरे हाथ में ही था. मैं बच्चे के साथ जमीन पर गिर गई. बच्चा वहीं पर मर गया. किन्तु प्रसाशन को इससे कोई वास्ता नहीं है कि यह पर हमारे साथ क्या किया जा रहा है. इसके साथ ही जया के साथ रहने वाली सुनीता ने कहा है कि हम 25 वर्षों से यहां पर रह रहे हैं, कभी पुलिसवालों ने हमपर इतना अत्याचार नहीं किया. लेकिन इस वर्ष वोटिंग का बहाना बता कर हम पर अत्याचार किया जा रहा है.
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