बॉलीवुड अभिनेता आलोक नाथ पिछले साल मीटू आरोपों में फंसे थे. दरअसल, टीवी स्क्रीन राइटर विनता नंदा द्वारा उन पर रेप का आरोप लगाते हुए केस फाइल करवाया गया था. लेकिन अब मुंबई पुलिस सबूतों के अभाव के चलते इस केस को बंद करने का मन बना रही है. मुंबई पुलिस सबूतों के अभाव में क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में अब फाइल कर सकती है.
बता दे कि नंदा द्वारा घटना के बारे में पूरी जानकारी दी गई है, हालांकि वे कथित अपराध की तारीख या महीना बताने में पूरे तरह से नाकाम रही हैं. अभिनेता आलोक नाथ के खिलाफ इस मामले में पर्याप्त सबूत हासिल नहीं हो सके हैं और मामले में आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की जा सकी है. ऐसे में अब मुंबई पुलिस इस केस को बंद करने जा रही है.
नंदा का आरोप यह है कि उसके साथ 20 साल पहले रेप हुआ था और उन्होंने कहा कि 1990 में लोकप्रिय टीवी सीरियल तारा की शूटिंग के दौरान आलोक नाथ द्वारा उनके साथ शराब के नशे में रेप किया गया था. लेकिन इस आरोप के जवाब में आलोक नाथ द्वारा भी उन पर मानहानि का केस दर्ज कराया गया था. वर्कफ़्रंट की बात की जाए तो आलोकनाथ इस साल मई माह में रिलीज हुई अजय देवगन, तब्बू और रकुल प्रीत सिंह की फिल्म 'दे दे प्यार दे' में नजर आए थे.
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