इंदौर/ब्यूरो: शहर में अपराधों पर नियत्रंण एवं पुलिस की कार्यप्रणाली को और बेहतर करने तथा उसमें और कसावट लाने के उद्देश्य से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय-समय पर अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों के कार्याे की समीक्षा बैठक का आयोजन किया जाता रहा है। इसी कड़ी में कल पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा इंदौर नगरीय क्षेत्र के सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों की एक अपराध समीक्षा बैठक ली गयी। उक्त बैठक में अति. पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) इंदौर मनीष कपूरिया, पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) इंदौर राजेश हिंगणकर, पुलिस उपायुक्त ज़ोन-1 अमित तोलानी, प्रभारी पुलिस उपायुक्त ज़ोन-2 रजत सकलेचा, पुलिस उपायुक्त ज़ोन-3 धमेन्द्र सिंह भदौरिया, पुलिस उपायुक्त ज़ोन-4 राजेश कुमार सिंह, पुलिस उपायुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) निमिष अग्रवाल, पुलिस उपायुक्त (आसूचना एवं सुरक्षा) रजत सकलेचा सहित नगरीय क्षेत्र के सभी अति. पुलिस उपायुक्त, सभी सहायक पुलिस आयुक्त एवं समस्त थाना प्रभारीगण उपस्थित रहें।
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा शहर में अपराध नियंत्रण के साथ ही आगामी दिनों में आने वाले सभी त्यौहारों (मोहर्रम, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गोगा नवमी, गणेश चतुर्थी, स्वतंत्रता दिवस आदि) को सर्वोच्च प्राथमिकता से लेते हुए, शहर में शांति पूर्ण एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखते हुए, सभी नागरिकगण सुरक्षित माहौल में पूरे हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाएं इसके लिये, बेहतर पुलिस व्यवस्था हेतु सभी अधिकारियों को इसके लिये आवश्यक तैयारी करने के संबंध में निम्न दिशा-निर्देश दिये आगामी समय में आने वाले सभी त्यौहारों की एक लिस्ट बनाकर, उसका एक कैलेंडर तैयार करें और उस कैलेंडर को सभी अधिकारी एवं थाना प्रभारी अपने सामने रखते हुए, प्रतिदिन उसके हिसाब से कार्ययोजना के तहत कार्य करें।
थाना क्षेत्र में उक्त त्यौहारों के आयोजनों के आयोजक आदि के संबंध में पूर्ण जानकारी- यथा स्थान, दिनांक, समय, समारोह हो तो उसका रूट, संबंधित आयोजक के नाम व फोन नंबर आदि सभी जानकारियां पुलिस अपने पास रखें और उसके अनुसार पुलिस व्यवस्था लगायें। त्यौहारों के दौरान निकलने वाले चल समारोह एवं यात्रा तथा पांडालों की पूर्ण जानकारी के साथ, आयोजकों ने उसकी अनुमति ली है कि नहीं उसे भी चैक करें। त्यौहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनायें रखने हेतु क्षेत्र में शांति समिति की बैठक, गणमान्य नागरिकों एवं आयोजकों की निरंतर थाना स्तर एवं वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर बैठक लेकर, बेहतर आपसी समन्वय स्थापित करने का प्रयास करें।सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील धार्मिक स्थलों को विशेष रूप से चिन्हित करते हुए, वहां पर फिक्स पिकेट, मोबाइल पेट्रोलिंग सहित उचित पुलिस व्यवस्था लगी हो, यह सुनिश्चित करें। धार्मिक आयोजन के दौरान यदि कोई पूर्व में विवाद हुआ हो तो, उसकी भी अघतन जानकारी रखते हुए, विवाद करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध समुचित प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करें।
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