देहरादून: कोरोना महामारी ने देश में भयावह स्थिति उतपन्न कर दी है. वही इस दौरान गढ़वाल विश्व विद्यालय में फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा माध्यम के विरोध में धरने पर बैठे, बिड़ला परिसर के छात्रसंघ पदाधिकारी छात्रों को मंगलवार प्रातः पुलिस ने धरना स्थल से उठाया, और थाने लाकर छोड़ दिया गया. सोमवार को विश्व विद्यालय के मुख्य नियंता प्रो.अरुण बहुगुणा ने छात्रों को समझाने की बहुत प्रयास किए, किन्तु छात्र नहीं माने.
वही मुख्य नियंता प्रो. बहुगुणा ने अपने बयान में बताया कि विश्व विद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने मंगलवार को छात्र प्रतिनिधियों से भेंट का समय दिया है. छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित रावत और उपाध्यक्ष अनमोल भंडारी की लीडरशिप में छात्र गढ़वाल विश्व विद्यालय के प्रशासनिक भवन के दूसरे गेट पर धरने पर बैठे. आगे बताते हुए उन्होंने कहा, छात्रसंघ के पदाधिकारी बीते चार महीनो से कुलपति से वार्ता करने के लिए भटक रहे हैं, परन्तु कुलपति उनको मिलने का वक़्त नहीं दे रही है.
आगे उन्होंने कहा कि एक तरफ निरंतर COVID-19 संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहीं विश्व विद्यालय परीक्षा आयोजित कर, छात्रों और स्थानीय रहवासियों की जान खतरे में डाल रहा है. उन्होंने कहा कि COVID-19 संक्रमण काल में खतरे को देखते हुए, मकान मालिक छात्रों को अपने कमरे में नहीं आने देंगे. साथ ही उन्होंने फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा स्थगित करने और असाइमेंट व इंटरनल असेसमेंट के आधार पर पास करने की डिमांड की. धरने में सुधांशु थपलियाल, पुनीत अग्रवाल, आयुष कंडारी, दीपक बिष्ट, रजत रावत, लक्की बिष्ट व विकास रावत बैठे. वही अब इस पर प्रशासन द्वारा जल्द ही निर्णय किए जाएगा.
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