भोपाल: अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ शिकायत करने और न्याय मांगने के लिए अक्सर लोग पुलिस के पास जाते हैं. लेकिन अगर न्याय दिलाने वाले ही अन्याय करने लग जाएं, रक्षक ही भक्षक बन जाएं. तब वे किसके सामने जाकर अपनी आपबीती बताएं ? मध्य प्रदेश के रीवा जिले में हुई एक वारदात ने यही सवाल प्रशासन के सामने खड़ा कर दिया है. रीवा जिले के मऊगंज थाना प्रभारी महेंद्र मिश्रा को एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शिव कुमार सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए कहा है कि पीड़िता के बयान अनुसार मिश्रा उसके घर में ही उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता था और पीड़िता के माता पिता को एक कमरे में बंद कर देता था. सिंह ने बताया कि पिछले कई महीने से नाबालिग का रेप किया जा रहा था.
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एएसपी ने बताया कि पहली बार मिश्रा ने नाबालिग को शादी का झांसा देकर मऊगंज बुलाया था, इसके बाद उसे एक लॉज में ले जाकर नाबालिग के साथ पहली बार दुष्कर्म किया गया था. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया और मामले की सुनवाई करते हुए मऊगंज के अपर सत्र न्यायाधीश मनीष पाटीदार ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
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