पटना: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 70 से अधिक व्यक्तियों की मौत होने के पश्चात् सारण जिले में पुलिस एवं उत्पाद विभाग ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। सारण के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अवैध शराब निर्माताओं पर तेजी से कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को इसी क्रम में रिविलगंज थाना क्षेत्र के दिलिया रहीमपुर क्षेत्र में उत्पाद विभाग ने ड्रोन कैमरे की सहायता से अवैध शराब भट्ठियों को चिन्हित कर उनका पता लगाया तथा फिर उसे ध्वस्त कर दिया। इसके चलते क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी।
वही उत्पाद विभाग एवं पुलिस की टीम ने 40 से भी अधिक अवैध शराब की भट्ठियां को ध्वस्त किया। इसके साथ ही 250 क्विंटल शराब बनाने का कच्चा माल भी नष्ट किया गया तथा 650 लीटर अवैध देसी शराब की बरामदगी की गई। सारण जिला उत्पाद अधीक्षक के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने ये कार्रवाई की है। बता दें कि बिहार पुलिस 'जहरीली शराब' के ठिकानों पर पिछले कुछ दिनों से निरंतर छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। शराब के ठिकानों को तलाशने के लिए पटना पुलिस जंगल-जंगल, गांव-गांव दबिश दे रही है।
वही पुलिस साथ में JCB मशीन लेकर चल रही है। शराब की टंकियों को घरों, नालों, तालाबों आदि स्थान पर ढूंढकर JCB से नष्ट कर रही है। दानापुर के कई मोहल्ले में शराब को लेकर छापेमारी जारी है। नालों एवं तालाब के भीतर छिपाकर रखे गए शराब के कंटेनरों को पुलिस ने बरामद किया है। हजारों लीटर शराब खोदकर निकाली गई तथा नष्ट की गई है। यह सिलसिला निरंतर जारी है। जहां से थोड़ी सी भी शराब मिलने की आशंका है, वहां पुलिस JCB मशीन लेकर पहुंच जाती है। इससे एक दिन पहले छापेमारी के चलते एक जदयू नेता के घर से शराब की बरामदगी हुई थी। मंगलवार की देर शाम जहरीली शराब से मौत के मामले को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के एक सदस्य भी छपरा सदर चिकित्सालय पहुंचे।
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