इंदौर : अगर आपके हौंसले बुलंद हो तो फिर आपको अपराध के विरुद्ध लड़ने के लिए किसी पद या वर्दी की ज़रूरत नही है. यह एसपी के गनमैन सूरज सिंह तोमर ने साबित कर दिया. सूरज ने अपने बुलंद हौंसले और हिम्मत से चाकू से हमला कर रहे 10 से 12 लोगों को खदेड़कर दो लोगों की जान बचा ली. सूरज ने आसपास के लोगो की मदद से तीनों घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया. हालांकि, तीसरे शख्स के गंभीर घायल होने की वजह से उसकी मौत हो गई.
मिली जानकारी के मुताबिक यह मामला सिविल लाइंस थाने में 4 दिन पहले का हैं जहां दिनदहाड़े मायके पक्ष के लोगों ने ससुराल के लोगो पर हमला कर दिया था, इस घटना में एक की मौत हो गई थी और दो घायल हो गए थे, उन्हें भी हमलावर चाकू और पत्थर मारे जा रहे थे, तभी हंगामा देख वहां से गुजर रहे गनमैन सूरज डंडा लेकर भीड़ तरफ दौड़ पड़े जिससे हमलावर भाग गए. उस समय सूरज ड्यूटी पर नहीं थे बल्कि अपने बच्चे को घुमाने सिविल ड्रेस में जा रहे थे लेकिन अपराध के खिलाफ अपना फर्ज नहीं भूले.
एसपी ने सूरज को ईनाम देने की घोषणा की है और कहा है कि यदि आसपास के लोग भी समय रहते विरोध कर दे तो भी ऐसा हो सकता है. गनमैन सूरज ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि तब मैं ड्यूटी पर नहीं होने से सिविल ड्रेस में था और अपने बच्चे को साथ लेकर जा रहा था. तभी शोर सुनाई दिया और लोग भागते नजर आए. मैंने तुरंत बेटे को एक सैलून की दुकान पर खड़ा किया और अपने पास रखा डंडा लेकर भीड़ तरफ दौड़ा. वहां देखा तो कुछ लोगों हथियार से हमला कर रहे थे और एक नीचे पड़े व्यक्ति पर बड़ा सा पत्थर लेकर मारने वाले थे. तभी जोर से चिल्लाकर डंडे से खदेड़ा तो हमलावर भाग गए. मुझे क्या विवाद था, यह पता नहीं था लेकिन घायलों को सबसे पहले अस्पताल पहुंचाना ड्यूटी था, वही किया. अफसोस है कि एक की जान नहीं बच पाई, दो बच गए हैं, यह पता चला है.
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