भोपाल/ब्यूरो। मध्यप्रदेश में बाल सुधार और संप्रेक्षण गृह में न्यूट्रिशयन के लिए बच्चों को अंडा और चिकन परोसने के आदेश पर सियासत शुरू हो गई है। सरकार के एक विभाग द्वारा इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया गया है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है।
वहीं मामले को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है। वहीं हिंदू ससंगठन के लोग भी इस मामले को लेकर सरकार के विरोध में उतर गए हैं। वहीं सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि विरोध के चलते सरकार बाल गृह में अंडा और चिकन दिए जाने का आदेश वापस ले सकती है। मध्यप्रदेश के बाल गृह में अंडा और चिकन दिए जाने पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि ये हम किसी भी हालात में चलने नहीं देंगे। ये पूरी तरह भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। ऐसा कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है। अंडे का फंडा एमपी में नहीं चलने देंगे। ऐसा कुछ चिकन नॉन-वेज एमपी में लागू नहीं होने देंगे।
कांग्रेस मीडिया विभाग उपाध्यक्ष अब्बास हफीज ने सरकार पर हमला बोला है। कहा कि इस मामले में बीजेपी की सरकार दो हिस्सों में बंटी हुई है। इनकी गुटबाजी और अंतर्कलह निकलकर सामने आ रही है। पहले सरकार ने खुद निर्णय लिया था कि अंडा चिकन नहीं बांटा जाएगा। एक विभाग निर्णय ले चुका है वहीं दूसरा पूरी तरह नकार रहा है। बीजेपी की कथनी और करनी अलग है।
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