छात्र शरजील इमाम के देशद्राेही बयान सामने आया है. शरजील ने ये बयान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में दिया है. सभी सियासी पार्टियां उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहतीं हैं. बिहार के जहानाबाद के मूल निवासी शरजील के पिता अकबर इमाम सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड के नेता रहे तथा उसका भाई जहानाबाद से पूर्व सांसद अरुण कुमार का करीबी माना जाता है. हालांकि, जेडीयू ने भी उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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बीते दिनों विदित हो कि शरजील इमाम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दिए अपने भाषण में असम को शेष भारत को अलग करने की बात कही थी. उसने कहा था कि असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है. इसके बाद अलीगढ़ व असम में उसके खिलाफ देशद्रोह व धर्म के आधार पर वैमनस्यता फैलाने सहित कई संगीन आरोपों में एफआइआर दर्ज किए गए. फिलहाल वह भूमिगत हो गया है और पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. उसका अंतिम लोकेशन पटना में मिला है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शरजील इमाम के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने उसे उत्तेजना फैलाने वाला तथा विध्वंसक बताया. उन्होंने कहा कि इससे शांतिपूर्ण आंदाेलन भी बदनाम हुआ है.पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी शरजील पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.उन्होंने कहा कि इसमें बिहार सरकार केंद्र सरकार को पूरी मदद करेगी.सरजील के बयाने को देशद्रोही बताते हुए भारतीय जनता पार्टी सांसद आरके सिंह ने कहा कि देश की एकता व अखंडता के खिलाफ साजिश बर्दाश्त नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि असम को देश से अलग करने की मांग कभी मोहम्मद अली जिन्ना ने भी किया था. उन्होंने शरजील जैसे तत्वों को भारत विरोधी ताकतों से धन व समर्थन मिलने का आरोप लगाया. शाहीनबाग के आंदोलन पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वहां के लोग चाहते हैं कि भारत धर्मनिरपेक्ष नहीं रहे. बीजेपी के राकेश सिन्हा ने भी कहा कि असम को जिन्ना भी पाकिस्तान में शामिल करना चाहते थे.
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