अब ग्वालियर विश्व में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर नहीं रहा है. मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व के 20 प्रदूषित शहरों की सूची जारी की है. इसमें भारत के 14 शहर शामिल हैं. विश्व के प्रदूषित शहरों की सूची में ग्वालियर का नाम नहीं है.
शहर का प्रदूषण कम करने में सबसे अहम योगदान स्वच्छता अभियान का रहा है. स्वच्छता अभियान के तहत शहर में सड़को पर सुबह और शाम नियमित झाडू लगाने का काम चल रहा है. सड़को की सफाई से शहर में धूल की मात्रा में कमी आयी है. ग्वालियर शहर में खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. इससे भी प्रदूषण में कमी आयी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व के 20 प्रदूषित शहरों की जो सूची जारी की है उसमें कानपुर, फरीदाबाद, वाराणसी, गया, पटना, दिल्ली, लखनऊ, आगरा, मुजफ्फरपुर, श्रीनगर, गुरु ग्राम, जयपुर, पटियाला, जोधपुर के नाम शामिल है.
इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रदूषित शहर की जो सूची जारी की थी उसमें को ग्वालियर को विश्व के दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बताया गया था. हालांकि डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी पिछली रिपोर्ट पर कुछ सवाल भी उठे थे. प्रदूषण विभाग का दावा है कि वर्ष 2012 में इन कणों की गणना का कोई यंत्र ग्वालियरमें नहीं लगा था. इन कणों की गणना का काम 2015 से प्रारम्भ किया गया है.
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