अयोध्या: नवरात्र में इस साल लॉकडाउन के बीच देश के सभी मंदिरों में पूजापाठ तो जारी है, किन्तु भक्तों के बगैर। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में रामलला विराजमान और हनुमानगढ़ी मंदिर में लॉक डाउन के दौरान बिना भक्तों के आरती और पूजापाठ की जा रही है।
हिंदू नववर्ष के मौके पर राम लला को एक अस्थाई भवन में विराजमान कर दिया गया है और अब यहां रोजाना वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजापाठ की जा रही है। राम नवमी के अवसर पर यहां भव्य आरती और पूजापाठ के समारोह होंगे।
भगवान राम के परम भक्त हनुमानजी भी यहां हनुमानगढ़ी में स्थापित हैं। मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान राम के दर्शन से पहले यहां हनुमानजी की अनुमति लेनी पड़ती है। यानी अयोध्या में जो भी आता है उसे पहले हनुमानजी के दर्शन करने होते हैं।
यहां हनुमानजी भी इस समय एकांतवास में हैं। लॉकडाउन के समय यहां भक्तों की भीड़ के बिना सिर्फ कुछ पुजारी पूजा कर रहे हैं और आरती की जा रही है।
यहां राजा दशरथ का महल कनक भवन भी इस समय सूना पड़ा हुआ है। एक-या दो पुजारी पूजापाठ के आवश्यक कार्य संपन्न कर रहे हैं। कनकभवन के सम्बन्ध में कहा जाता है कि भगवान राम से विवाह होकर जब सीता माता अयोध्या आईं थीं, तो कौशल्या माता ने मुंहदिखाई में यह भवन उन्हें भेंट किया था।
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