नक्सली इलाकों के गरीब छात्रों को मिलेगा बिना ब्याज एजुकेशन लोन, जानिए कैसे?

नक्सली इलाकों के गरीब छात्रों को मिलेगा बिना ब्याज एजुकेशन लोन, जानिए कैसे?
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रायपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने तथा बस्तर में विकास कार्यों को गति देने के लिए की गई गंभीरता के कुछ ही दिनों पश्चात्, ऐसा लग रहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार भी अपनी पूरी क्षमता से काम कर रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने निर्धन परिवारों के छात्रों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है! प्रदेश के नक्सलवाद प्रभावित जिलों के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्रों को तकनीकी तथा व्यावसायिक उच्च शिक्षा के लिए बिना ब्याज का लोन प्राप्त होगा। सीएम विष्णु देव साय ने इस योजना के तहत अधिक से अधिक छात्रों को फायदा दिलाने के लिए विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए हैं।

सीएम विष्णु देव साय ने कई जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्रों को उच्च तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए 1% ब्याज पर लोन की सुविधा प्रदान करें। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने ऐलान किया कि तकनीकी शिक्षा विभाग को सीएम उच्च शिक्षा लोन ब्याज सब्सिडी योजना (Education Loan Interest Subsidy Scheme) के संचालन के लिए नोडल विभाग के रूप में नामित किया गया है। इस योजना में डिप्लोमा, अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री समेत 35 तकनीकी एवं व्यावसायिक कोर्स सम्मिलित हैं, जिनके लिए अधिकतम लोन की सीमा 4 लाख रुपये है।

कौन से छात्र उठा सकते हैं फायदा?
2 लाख रुपये से कम सालाना आय वाले परिवारों के छात्र ही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। लोन की अवधि समाप्त होने के पश्चात् नियमित किस्तें चुकाने पर उन्हें सिर्फ 1 प्रतिशत ब्याज ही देना होगा। बाकी ब्याज का भुगतान राज्य सरकार सीधे बैंकों को करेगी।

किन जिलों को मिलेगा ये फायदा?
बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, जशपुर, कांकेर, कोरिया, नारायणपुर, राजनांदगांव, सरगुजा, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बालोद, सुकमा, कोंडागांव एवं बलरामपुर जिलों के छात्रों को बिना ब्याज का लोन प्राप्त होगा।

इन बातों का रखें ध्यान:
छत्तीसगढ़ का निवासी होना चाहिए।
मान्यता प्राप्त कोर्स में दाखिला होना चाहिए।
परिवार की सालाना आय 2 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
लोन की किस्तें भरते रहना आवश्यक है।
कोर्स बीच में छोड़ने पर या कॉलेज से निकाले जाने पर यह लाभ नहीं प्राप्त होगा।
बीमारी के कारण पढ़ाई में रुकावट आने पर एक वर्ष तक रियायत दी जा सकती है।

कौन-से कोर्स शामिल हैं?
इस योजना में बीई/बीटेक, एमई, एमटेक, डी आर्किटेक्चर, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, एमसीए, एमबीए, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग, बीपीएड, एमपीएड, पीजीडीसीए, बीएचएमएस, बीएएमएस, बीएनवाईएस, बीएनएस, बीयूएमएस, वीएफएससी, बीटेक डेयरी, बीए एग्रीकल्चर, बीडीएस, एमडीएस, एमबीबीएस, बीवीएससी, बीएससी नर्सिंग (बेसिक और पोस्ट बेसिक), बी फार्मा, एम फार्मा, डी फार्मा, मॉडर्न ऑफिस मैनेजमेंट, इंटीरियर डेकोरेशन एंड डिजाइन, कॉस्ट्यूम डिजाइन एंड ड्रेस मेकिंग, बीएड, डीएड और एमएड जैसे कोर्स शामिल हैं। अधिक जानकारी के लिए आप 0771-2331231 पर संपर्क कर सकते हैं या आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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