उत्तर प्रदेश में योगी राज में धुआंधार एनकाउंटर का दौर जारी है. मगर अपराधी फिर भी योगी सरकार का मुँह चिड़ा रहे है. उप के शहरों में अब आतंकवादी संगठनों से जुड़ने के पोस्टर दीवारों पर चिपकाये जा रहे है. हिंदी और उर्दू भाषा में लिखे इन पोस्टरों में नवयुवको से अपील की गई है कि वे आतंकवादी संगठनों से जुड़े. पुलिस इसे असामाजिक तत्वों की करतूत करार दें कर पल्ला झाड़ना चाहती है. दूसरी और नोएडा में से एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है. एक पुलिस अफसर की दबंगई का मामला तूल पकड़ रहा है. इस दारोगा ने गाड़ी में सवार एक शख्स के गले और दूसरे युवक की टांग में गोली मार दी. बताया जा रहा है कि प्रमोशन के चक्कर में दारोगा ने ये फर्जी एनकाउंटर किया है. पुलिस वाले पर स्कॉर्पियो सवार दो युवकों को गोली मारने का आरोप है.
एक युवक जीतेंद्र यादव की गर्दन और दूसरे युवक सुनील के पैर में गोली लगी. घायल जितेंद्र को फोर्टिस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. जितेंद्र के परिजनों का कहना है कि दारोगा का इरादा एनकाउंटर करने का था. उन्होंने बताया कि शनिवार रात 10:30 बजे बहरामपुर से चार युवक स्कॉर्पियो में सवार होकर लौट रहे थे, तभी नोएडा के सेक्टर-122 में ठीक चौराहे पर पुलिस ने उनकी गाड़ी रोक ली. इसके बाद दारोगा ने स्कॉर्पियो सवार जीतेंद्र यादव की गर्दन और सुनील के पैर में गोली मार दी. पैर में गोली लगने के बाद जीतेंद्र का साथी सुनील और स्कॉर्पियो में सवार बाकी लड़के घटनास्थल से भाग निकले.
जीतेंद्र के परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस स्कॉर्पियो सवार जीतेंद्र के दोस्तों को गवाही देने से मना कर रही है. साथ ही एनकाउंटर करने की धमकी दे रही है. उधर, इस घटना के सामने आने पर SSP लव कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. अगर दरोगा को दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मैं पाक में भी कह सकता हूँ राम हमारे आदर्श है- मोहसिन रजा
देश राहुल को मोदी का सही विकल्प मानता है - सुरजेवाला
बीजेपी कार्यकर्ता ने कहा सरकार से काम नहीं होता