मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजीत पवार को पहले कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर कर दिया गया है. इसके बाद वह किन्ही कारणों से पार्टी की शिविर बैठक में नहीं पहुंचे. और अब उनके नाम से एक नया विवाद पुणे के कोथरुड से सामने आया है. इसमें कोथरुड की सड़कों पर जगह जगह अजीत पवार के पोस्टर लगे हुए हैं. इसमें उन्हें जनता का मुख्यमंत्री कहा गया है. इससे पहले शुक्रवार को अजित पवार ने खुद मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की थी और कहा था कि इसके लिए उन्हें 2024 तक प्रतीक्षा नहीं करना होगी.
उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे अभी सीख रहे हैं. जब तक उन्हें अनुभव होगा, उनकी कुर्सी चली जाएगी. उन्होंने कहा था कि वह बतौर डिप्टी सीएम, 2 मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं. उनके वक़्त के दोनों मुख्यमंत्रियों उद्धव ठाकरे और पृथ्वीराज चव्हाण को भी अनुभव नहीं था, मगर उन्होंने डिप्टी सीएम रहते हुए सरकार का पूरा कामकाज संभाला था. इससे पहले मराठा आरक्षण संबंधी बैठक में पवार को सीएम शिंदे ने आमंत्रित नहीं किया था. जबकि नेता प्रतिपक्ष होने के साथ ही वह खुद एक बड़े मराठा नेता की हैसियत रखते हैं.
वहीं दूसरी तरफ, खुद अजित पवार की ही पार्टी द्वारा उन्हें एक बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था. पार्टी की तरफ से उन्हें दूसरा झटका कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनावों में स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर करके दिया गया है. हालांकि इन सब घटनाक्रमों को देखते हुए सियासी गलियारे में उनकी चर्चा तेज हो गई है. साथ ही उनकी भावी रणनीति को लेकर अटकलों का सिलसिला भी चल पड़ा है.
'मणिपुर सरकार पर कोई संकट नहीं...', 3 विधायकों के इस्तीफे पर बोले सीएम बिरेन सिंह
'दंगे भड़काने के लिए ही हैं रामनवमी और हनुमान जयंती..', NCP नेता जीतेन्द्र अव्हाड का विवादित बयान