भोपाल : शहर में अघोषित बिजली कटौती को लेकर बिजली कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। सरकार ने शनिवार को 387 अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इनमें 217 को नौकरी से निकाल दिया गया है और 142 को निलंबित किया गया है। वहीं लापरवाही बरतने वाले 28 कर्मचारियों को नोटिस दिए गए हैं।
जम्मू कश्मीर: सोपोर मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर, तलाशी अभियान जारी
कई राज्यों से आई थी शिकायत
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि बिजली के मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस मामले में आगर, शाजापुर, हरदा, सीधी, खंडवा, बालाघाट सहित कई अन्य जिलों से शिकायक आई थी कि उनके क्षेत्र में अघोषित बिजली कटाैती की जा रही है। इस मामले पर जब संज्ञान लिया गया तो पता चला कि अनेक कर्मचारी जानबूझकर काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ फिर कार्रवाई की गई।
नासिक स्थित तेल उत्पादन इकाई में लगी भीषण आग, भारी नुकसान
पटवारी ने एमडी से की मुलाकात
जानकारी के मुताबिक खेल और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने शनिवार को इंदौर स्थित बिजली कंपनी के मुख्यालय पहुंचकर एमडी से मुलाकात की। यहां उन्होंने अधीक्षण यंत्री और कार्यपालन यंत्रियों को भी तलब किया। उन्होंने कहा कि बिजली कटौती के कारण सरकार बदनाम नहीं होनी चाहिए। पटवारी ने आगे कहा कि प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं है, उसके बावजूद भी कटौती क्यों हो रही है? लाइन खराब होने पर सुधार क्यों नहीं हो रहा है? उन्होंने कहा कि काम नहीं करने वाले अफसरों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी जाए। कोई भी खराबी हो तो उसे तुरंत ठीक किया जाना चाहिए।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ट्रक और बस की जोरदार भिड़ंत, चालक समेत 7 लोगों की मौत
पूर्वा एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद डीआरएम ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
रांची में ट्रक और कार की टक्कर में पांच लोगों की मौत, कई घायल