हिंदी पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) महीने में दो बार अर्थात् शुक्ल और कृष्ण पक्ष की द्वादशी (बारस) अथवा त्रयोदशी (तेरस) को मनाया जाता है। जी हाँ और इस दिन उपवास रखकर विधि-विधान के साथ पूजा करके भगवान शिव को प्रसन्न किया जाता है। आप सभी को बता दें कि प्रदोष काल के समय शिव जी का पूजन-अर्चन करने से व्रतधारी के जीवन से सभी संकटों से मुक्ति होकर घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं साल 2022 में आने वाले प्रदोष व्रत Pradosh Vrat 2022 की संपूर्ण सूची-
प्रदोष व्रत 2022 :
1. पौष, शुक्ल त्रयोदशी। 15 जनवरी, शनिवार से प्रारंभ- त्रयोदशी तिथि 14 जनवरी को रात्रि 10.19 मिनट पर शुरू होकर 16 जनवरी दोपहर में 12.57 मिनट पर समाप्त होगी।
2. माघ, कृष्ण त्रयोदशी। 30 जनवरी, रविवार से प्रारंभ- कृष्ण त्रयोदशी तिथि 29 जनवरी को रात्रि 8.37 मिनट पर शुरू होकर 30 जनवरी को दोपहर में 5.28 मिनट पर समाप्त होगी।
3. माघ, शुक्ल त्रयोदशी। 14 फरवरी, सोमवार को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ- 13 फरवरी को सायंकाल 6.42 मिनट पर शुरू होकर 14 फरवरी को रात 8.28 मिनट पर समाप्त होगी।
4. फाल्गुन, कृष्ण त्रयोदशी। 28 फरवरी, सोमवार को कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ शाम 5.42 मिनट पर शुरू होकर 1 मार्च दोपहर 3.16 मिनट पर समाप्त होगी।
5. फाल्गुन, शुक्ल त्रयोदशी। 15 मार्च, मंगलवार को शुक्ल त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ दोपहर 1.12 मिनट पर शुरू होकर 16 मार्च को दोपहर 1.39 मिनट पर समाप्त होगी।
6. चैत्र, कृष्ण त्रयोदशी। 29 मार्च, मंगलवार के दिन कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ दोपहर 2.38 मिनट पर शुरू होगी तथा 30 मार्च को दोपहर 1.19 मिनट पर समाप्त होगी।
7. चैत्र, शुक्ल त्रयोदशी। 14 अप्रैल, गुरुवार (बृहस्पतिवार) को त्रयोदशी तिथि सुबह 4.49 मिनट पर शुरू होकर 15 अप्रैल को देर रात 3.55 मिनट पर समाप्त होगी।
8. वैशाख, कृष्ण त्रयोदशी। अप्रैल 28, गुरुवार (बृहस्पतिवार) को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ देर रात 12.23 मिनट पर शुरू होकर 29 अप्रैल को देर रात 12.26 मिनट पर समाप्त होगी.
9. वैशाख, शुक्ल त्रयोदशी। 13 मई, शुक्रवार को त्रयोदशी तिथि 13 मई को शाम 5.27 मिनट पर शुरू होकर 14 मई को दोपहर 3.22 मिनट पर समाप्त होगी।
10. ज्येष्ठ, कृष्ण त्रयोदशी। 27 मई, शुक्रवार से प्रारंभ त्रयोदशी तिथि दिन 11.47 मिनट पर शुरू होकर 28 मई को दोपहर 1.09 मिनट पर समाप्त होगी।
11. ज्येष्ठ, शुक्ल त्रयोदशी। 12 जून, रविवार को त्रयोदशी तिथि 12 जून को देर रात 3.23 मिनट पर शुरू होगी तथा 13 जून को देर रात 12.26 मिनट पर समाप्त होगी।
12. आषाढ़, कृष्ण त्रयोदशी। 26 जून, रविवार को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 26 जून को देर रात 1.09 मिनट पर शुरू होकर 27 जून को देर रात 3.25 मिनट पर समाप्त होगी।
13. आषाढ़, शुक्ल त्रयोदशी। 11 जुलाई, सोमवार को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 11 जुलाई को देर रात 11.13 मिनट पर शुरू तथा 12 जुलाई को सुबह 7.46 मिनट पर समाप्त होगी।
14. श्रावण, कृष्ण त्रयोदशी। 25 जुलाई, सोमवार को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ शाम में 4.1 मिनट पर शुरू होकर 26 जुलाई को शाम में 6.46 मिनट पर समाप्त होगी।
15. श्रावण, शुक्ल त्रयोदशी। 9 अगस्त, मंगलवार को त्रयोदशी तिथि शाम में 5.45 मिनट पर शुरू। 10 अगस्त को दिन 2.15 मिनट पर समाप्त होगी।
16. भाद्रपद, कृष्ण त्रयोदशी। 24 अगस्त, बुधवार को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ सुबह में 8.30 मिनट से 25 अगस्त को सुबह 10.25 मिनट पर समाप्त होगी।
17. भाद्रपद, शुक्ल त्रयोदशी। 8 सितंबर, गुरुवार को त्रयोदशी तिथि देर रात 12.4 मिनट पर शुरू होकर 8 सितंबर को रात्रि 9.2 मिनट पर समाप्त होगी।
18. आश्विन, कृष्ण त्रयोदशी। 23 सितंबर, शुक्रवार त्रयोदशी देर रात 1.17 मिनट पर प्रारंभ होगी तथा 24 सितंबर को देर रात 2.30 मिनट पर समाप्त होगी।
19. आश्विन, शुक्ल त्रयोदशी। 7 अक्टूबर, शुक्रवार के दिन त्रयोदशी तिथि सुबह में 7.26 मिनट पर शुरू होकर 8 अक्टूबर को सुबह 5.24 मिनट पर समाप्त होगी।
20. कार्तिक, कृष्ण त्रयोदशी। 22 अक्टूबर, 22 शनिवार को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ शाम 6.2 मिनट पर शुरू होगी तथा 23 अक्टूबर को शाम 06.03 मिनट पर समाप्त होगी।
21. कार्तिक, शुक्ल त्रयोदशी। 5 नवंबर, शनिवार को शाम में 5.6 मिनट पर त्रयोदशी तिथि शुरू होकर 6 नवंबर को शाम 4.28 मिनट पर समाप्त होगी।
22. मार्गशीर्ष, कृष्ण त्रयोदशी। 21 नवंबर, सोमवार को त्रयोदशी तिथि सुबह 10.7 मिनट पर शुरू तथा 22 नवंबर को सुबह 8.49 मिनट पर समाप्त होगी।
23. मार्गशीर्ष, शुक्ल त्रयोदशी। 5 दिसंबर, सोमवार को त्रयोदशी तिथि सुबह 5.57 मिनट से लगेगी तथा 6 दिसंबर को सुबह 6.47 मिनट पर समाप्त होगी।
24. पौष, कृष्ण त्रयोदशी। 21 दिसंबर, बुधवार को त्रयोदशी तिथि देर रात 12.45 मिनट पर शुरू होकर रात 10.16 मिनट पर समाप्त होगी।
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