नईदिल्ली। देश में बहुचर्चित प्रद्युम्न हत्याकांड पर परिजनों की मांग के बाद सुप्रीम कोर्ट आज दोपहर 12:45 पर सुनवाई करेगी. आपको बता कि हत्या के बाद देश में आक्रोश फ़ैल गया. और लगातार अभिभावक स्कूल के बहार प्रदर्शन कर रहे है. रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या को लेकर रविवार को विद्यालय संचालक पर प्रकरण दर्ज किया गया। साथ ही पुलिस ने रेयान स्कूल के रीजनल हेड और एचआर हेड को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस मामले में शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने बताया कि स्कूल प्रबंधन और मालिक के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम जेजे एक्ट की धारा 75 के तहत कार्रवाई की जा रही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल की मान्यता रद्द नहीं की जाएगी।प्रद्युम्न के पिता ने सीबीआई की जाॅंच की मांग की है। वे अब सुप्रीम कोर्ट के लिए निकल चुके हैं।
शर्मा ने कहा कि अगर पूरी जांच से प्रद्युम्न के माता पिता संतुष्ट नहीं होंगे तो सरकार किसी भी एजेंसी से मामले की जांच के लिए तैयार है। इस पूरे प्रकरण में राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि जांच एक सप्ताह में पूरी कर ली जाएगी और जो लोग दोषी पाए जाऐंगे उन्हें सजा मिलेगी। प्रद्युम्न हत्याकांड को लेकर सरकार हर जांच को तैयार है।
रेयान इंटरनेशनल स्कूल्स ग्रुप के सीईओ रेयान पिंटो ने घटना के तीसरे दिन चुप्पी तोड़ी। रविवार को एक बयान में उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं जाहिर करते हुए कहा कि स्कूल अपनी स्थापना से अब तक के सबसे दुखद समय का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा, यह समझा जा सकता है कि सभी हम से जवाब चाहते हैं। इसलिए हम पुलिस जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। हमें कानून पर पूरा भरोसा है।
हम सभी पक्षों से अपील करते हैं कि जांच चल ही रही है और हमें अभी से दोषी ना ठहराया जाए जबकि हम खुद दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति के पीड़ित हैं। दूसरी ओर एसआईटी का दल अब हत्या की जाॅंच में लग गया है। तीन सदस्यीय जाॅंच दल ने जाॅंच में कई विसंगतियाॅं पाई। एसआईटी के दल ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले थे उन्होंने सीसीटीवी की जाॅंच की तो यह पाया कि इसमें काफी गड़बड़ियाॅं हैं। दूसरी ओर न तो स्कूल की बाउंड्री वाॅल ठीक थी और न ही टाॅयलेट में सही व्यवस्था थी।
यहाॅं सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध नहीं थे। स्कूल कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हुआ था। एसआईटी ने जो रिपोर्ट सौंपी थी उसके बाद गुरूग्राम के डीसी ने माध्यमिक शिक्षा के निदेशक को पत्र लिखा। प्रद्युम्न के परिवार ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। इसके लिए वह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है।
हालांकि इस घटना को लेकर अभिभावकों में आक्रोश है और वे प्रदर्शन पर आमादा हो गए हैं। उन्होंने स्कूल परिसर के पास एक शराब ठेके में तोड़फोड़ कर कथित तौर पर उसे आग के हवाले कर दिया।
इस घटना से मची अफरा तफरी को दूर करने के लिए पुलिस ने उन्हें वहाॅं से हटाने का प्रयास किया। मगर जब प्रदर्शनकारी वहाॅं से नहीं हटे तो फिर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ गया। घटना को लेकर राजनीति तेज़ हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी स्कूल के घटनाक्रम को लेकर अभिभावकों से मिलने पहुॅंचे।
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