नई दिल्ली : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने साध्वी प्रज्ञा को लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने के पार्टी के फैसले का बचाव करते हुए सोमवार को कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं और मालेगांव विस्फोट मामले के असली गुनहगार कानून से बच गए। साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में जमानत पर चल रही साध्वी प्रज्ञा को भाजपा ने भोपाल सीट से उम्मीदवार बनाया है।
भिवंडी में भड़की भीषण आग, पांच गोदाम जलकर ख़ाक
पूरी तरह से सही फैसला था
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शाह ने कोलकाता में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह पूरी तरह से सही फैसला है। उनके खिलाफ आरोप निराधार हैं। उनके या स्वामी असीमानंद के खिलाफ कुछ भी साबित नहीं हुआ है।’’ उन्होंने दावा किया कि ‘‘असली गुनाहगारों’’ को गिरफ्तार करने के बाद छोड़ दिया गया। सवाल होना चाहिए कि उन्हें क्यों छोड़ा गया।
श्रीलंका बम ब्लास्ट: दो जेडीएस नेताओं की मौत, सुषमा स्वराज ने दी जानकारी
आलोचना का शिकार हुई बीजेपी
जानकारी के मुताबिक साध्वी प्रज्ञा को जब से भाजपा ने भोपाल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ उम्मीदवार बनाया है तब से पार्टी आलोचना का शिकार हो रही है। वहीं साध्वी उम्मीदवार बनने के बाद से लगातार सुर्खियों में छाई हुईं हैं। वह कभी अपने बयानों को लेकर तो कभी विपक्ष के हमलों को लेकर खबरों में बनी हुई हैं। विपक्ष द्वारा साध्वी की आलोचना होने के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनका बचाव करना पड़ा था।
जया प्रदा के खिलाफ मामला दर्ज, मायवती पर की थी विवादित टिप्पणी
लोकसभा चुनाव: बंगाल में अमित शाह ने भरी हुंकार, सोनिया गाँधी पर किया करारा प्रहार
लोकसभा चुनाव: दिल्ली के महासमर में कांग्रेस ने उतारे प्रत्याशी, शीला दीक्षित को भी मिला टिकट