नई दिल्ली: किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रेस वार्ता करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोले. इस अवसर पर उन्होंने 'किसानों की पीड़ा' पर 'खेती का खून' शीर्षक से एक बुकलेट जारी की. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को तीनों नए कृषि कानून वापस लेने होंगे. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि कृषि क्षेत्र पर तीन-चार पूंजीपतियों का एकाधिकार हो जाएगा जिसका खामियाज़ा मध्यम वर्ग और युवाओं को भुगतना होगा.
राहुल गांधी के आरोपों पर अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने करारा पलटवार किया है. भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज 'खेती का खून' नाम से एक किताब का प्रकाशन किया. कांग्रेस को खून शब्द से बेहद प्यार है, खून की दलाली जैसे शब्दों का उन्होंने बहुत बार इस्तेमाल किया है. जावड़ेकर ने आगे कहा कि, ''ये खेती का खून कह रहे हैं, किन्तु विभाजन के वक़्त जो लाखों लोग मरें क्या वो खून का खेल नहीं था, 1984 में दिल्ली में 3 हजार सिखों को जिंदा जलाया गया क्या वो खून का खेल नहीं था.''
जावड़ेकर ने आगे कहा कि, ''राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चार-पांच परिवार आज देश पर हावी है. देश में किसी एक परिवार का राज नहीं है, 125 करोड़ जनता देश पर राज कर रही है, ये फर्क अब हुआ है. 50 वर्षों में कांग्रेस ने सरकार चलाई तो केवल एक ही परिवार की सरकार चली, एक ही परिवार सत्ता में रहा.''
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