चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने पटना में एक कार्यक्रम का आयोजन कर अपनी पार्टी का आधिकारिक लॉन्च किया है। उनकी पार्टी का नाम जन सुराज रखा गया है। किशोर ने इस मौके पर कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी पार्टी बिहार में राजनीतिक परिदृश्य में तूफान लाएगी। उन्होंने मनोज भारती को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
कार्यक्रम का आयोजन: पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में हुए इस कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर ने भीड़ को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा पिछले दो-ढाई सालों से जन सुराज अभियान चलाया जा रहा था और अब लोगों के सवालों का जवाब देते हुए पार्टी की स्थापना का ऐलान किया गया है। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने आधिकारिक रूप से जन सुराज को पार्टी के तौर पर स्वीकार कर लिया है।
पार्टी के नाम पर चर्चा: प्रशांत किशोर ने अपने समर्थकों से पूछा कि क्या पार्टी का नाम ठीक है। उन्होंने कहा कि अगर समर्थक नाम पर असहमत हैं, तो चुनाव आयोग को फिर से आवेदन करना होगा। सभी ने एकमत होकर जन सुराज पार्टी नाम को मंजूर कर लिया है। इस कार्यक्रम में उन्होंने यह भी दावा किया कि यहां 5,000 से अधिक नेता शामिल हुए हैं।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति: पार्टी की स्थापना के इस समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव, राजनयिक से नेता बने पवन वर्मा, और पूर्व सांसद मोनाजिर हसन जैसी कई प्रसिद्ध हस्तियों ने भाग लिया। यह एक महत्वपूर्ण अवसर था, क्योंकि पार्टी का उदय प्रशांत किशोर के नेतृत्व में बिहार की राजनीति में एक नया बदलाव ला सकता है।
पदयात्रा के बाद पार्टी की स्थापना: यह पार्टी किशोर द्वारा चंपारण से शुरू की गई 3,000 किलोमीटर लंबी पदयात्रा के ठीक दो साल बाद स्थापित की गई है। यह वही स्थान है जहां महात्मा गांधी ने लोगों को एकजुट करने के लिए पहला सत्याग्रह शुरू किया था। किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार को उसके पुराने पिछड़ेपन से मुक्ति दिलाने का नया राजनीतिक विकल्प प्रस्तुत करेगी।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का महत्व: इस मौके पर प्रोफेसर केसी सिन्हा ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बिहार के छात्रों की प्रतिभा को उजागर करते हुए कहा कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता है। प्रोफेसर सिन्हा ने बताया कि उनके 50 वर्षों के शिक्षण अनुभव के आधार पर, सभी के लिए मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जन सुराज पिछले दो वर्षों से इस दिशा में कार्यरत है।
राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर विचार: प्रशांत किशोर ने मंगलवार को एक समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा कि हालिया लोकसभा चुनाव परिणामों ने राहुल गांधी की कांग्रेस का नेतृत्व करने की क्षमता पर उठाए गए सवालों को हटा दिया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के नेता को अभी कई चुनौतियों का सामना करना है, तभी देश उन्हें एक नेता के रूप में स्वीकार करेगा। इस प्रकार, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी बिहार की राजनीति में एक नया बदलाव लाने की कोशिश कर रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपने उद्देश्यों को कितना सफलतापूर्वक पूरा कर पाते हैं।
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