पटना: पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों को प्रभावित करने के आरोपों में घिरे जदयू नेता प्रशांत किशोर ने कहा है कि ये आरोप निराधार हैं, उन्होंने चुनावों को लेकर कुलपति से कोई बात नहीं की, वहीं विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के साथ-साथ जदयू के सहयोगी रालोसपा और भाजपा ने भी इसको लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति से सोमवार को मुलाकात करने पहुंचे थे.
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यहीं पर प्रशांत पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए उनकी कार पर छात्रों ने हमला किया था. वहीं प्रशांत किशोर का कहना है कि वह अपने एक रिश्तेदार के साथ उनके निजी काम से कुलपति से मिलने गए थे, उनको लेकर जो बातें कही जा रही हैं वो सरासर गलत हैं.
उल्लेखनीय है कि एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर प्रशांत कुलपति के साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं. कहा जा रहा है कि वो चुनाव में हस्तक्षेप के बारे में बात कर रहे हैं.
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पटना यूनिवर्सिटी में सोमवार को हुए घटनाक्रम के बाद मंगलवार को पटना के पीरबहोर थाने में भाजपा विधायक प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए हैं. भाजपा विधायक अरुण सिन्हा, नितिन नवीन और संजीव चौरसिया का कहना है कि प्रशांत किशोर पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं, इसलिए उनकी तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए.
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