देश के हिंदुत्ववादी नेता प्रवीण तोगड़िया ने शनिवार को एक विवादित बयान देकर सभी को चौंका दिया है. सूत्रों की माने तो प्रवीण तोगड़िया ने देश में किसानों की खुदकुशी के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की 'गलत नीतियों' को जिम्मेदार ठहराया. जी हाँ... उनके इस बयान के बाद से सभी ओर सिर्फ प्रवीण तोगड़िया की ही चर्चाएं हो रही हैं.
आपको बता दे प्रवीण तोगड़िया ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) नाम से नया संगठन बनाया है. जिसके बाद शनिवार को प्रवीण तोगड़िया ने किसानों के समर्थन में देहगम से गांधीनगर तक 20 किलोमीटर के मार्च में हिस्सा लिया. jankari के mutabik एएचपी की इकाई राष्ट्रीय किसान परिषद (आरकेपी) द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन में कई स्थानीय लोग और उनके साथ किसान शामिल हुए. इस मार्च के समापन के दौरान गांधीनगर में प्रवीण तोगड़िया ने किसानों से बातचीत में कहा कि बीजेपी को किसानों को 'वोट बैंक' के तौर पर देखना बंद करना चाहिए.
रिपोर्ट्स की माने तो तोगड़िया ने ये मांग की है कि, 'सरकार ने किसानों को धोखा दिया और उन्हें प्रताड़ित किया है. किसानों को कर्ज के बोझ तले दबाया जा रहा है और सरकार की गलत नीतियों की वजह से वे आत्महत्या कर रहे हैं. अगर यह सरकार किसान समुदाय के साथ न्याय नहीं कर सकती तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए.' गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रवीण तोगड़िया ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से ये कहा था कि राम मंदिर के मुद्दे पर वह अपना रुख स्पष्ट करे. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार से जानना चाहा कि वह अभी तक मंदिर बनाने में असफल क्यों रही है.
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