भारतीय धर्म में सूर्य को साक्षात् ईश्वर का स्वरुप माना जाता है. मान्यता है की अप्रत्यक्ष रूप से हम सब सूर्य की ही संताने है. सूर्य को पूरे जगत् का पिता माना हैं. हमारे धर्मशास्त्रों में पंचदेवों की पूजा का नियम है. ज्योतिषीय मान्यताओं में भी भगवान सूर्य सभी गणनाओं के केंद्र में रहते हैं. सूर्य से हमें सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है और हमारे मन में सकारात्मक शक्ति का निर्माण होता है. अगर सूर्य देव की आराधना की जाये तो यश मिलता है. रविवार को सूर्यदेव की पूजा का खास दिन होता है.
रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करने से और उनको जल अर्पित करने से विशेष लाभ होता है. सूर्यदेव की पूजा करने के लिए सुबह जल्दी उठकर सफेद वस्त्र धारण करे.सूर्यदेव को लाल कुमकुम और लालपुष्प चढ़ाये.फिर उनको चंदन अर्पित करे.
सूर्यदेव की पूजा में चमेली, कनेर के फूल के फूल भी इस्तेमाल किये जा सकते है.फूल चढाने के बाद घी के दीपक से उनकी आरती करे.अगर इन नियमो के अनुसार सूर्यदेव की पूजा की जाये तो हर मनोकामना पूर्ण होती है. सूर्य पूजा से यश की भी वृद्धि होती है.
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