शास्त्रों में धन संपन्न बने रहने के लिए ही लक्ष्मीपति भगवान विष्णु की उपासना बहुत ही मंगलकारी व कामनासिद्धि करने वाली मानी गई है. विशेष रूप से आर्थिक दुर्दशा से बचने के लिए ज्ञानशक्ति रूप वेदों में बताया गया एक मंत्र बहुत ही प्रभावी माना गया है.
मान्यता है कि यह वेद मंत्र सुबह विष्णु की पूजा के साथ बोलने पर तमाम आर्थिक कष्ट दूर करता है. बेरोजगारी और कर्ज से भी मुक्ति मिलती है.
जानिए यह मंत्र विशेष -
1-प्रात: स्नान के बाद देवालय या वैष्णव मंदिर में भगवान विष्णु को पंचामृत (दूध, दही, शहद, शक्कर व घी का मिश्रण) या जल से स्नान कराएं. इसके बाद केसरिया चंदन, पीले फूल, पीले वस्त्र, तुलसी के पत्तो की माला या मंजरी के साथ दूध की बनी मिठाई का भोग लगाएं.
2-पूजा के बाद पीले आसन पर बैठ दीप जलाकर तुलसी के दानों की माला से नीचे लिखे मंत्र का स्मरण धन संपन्नता व दरिद्रता से मुक्ति की कामना से यथासंभव 108 या विषम संख्याओं जैसे 11, 21 बार करें -
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर. भूरि घेदिन्द्र दित्ससि. ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्. आ नो भजस्व राधसि..
3-मंत्र जप या प्रार्थना के बाद धूप, दीप व कर्पूर से विष्णु आरती करें. बुद्धि की शुद्धि के साथ चंदन मस्तक पर लगाएं, चरणामृत व प्रसाद ग्रहण करें.
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