प्रयागराज : होली की मस्ती के जितने रंग है उतनी ही अनोखी इसकी परंपरा भी हैं. इसे मनाने की कई परम्पराएं भारत में प्रचलित है. आज भी भारत में कई स्थानों पर अलग-अलग पारम्परिक ढंग से अनोखी होली मनाई जाती है. ऐसे ही प्रयागराज में होली की अजीबो गरीब परम्परा है, यहां पर होली पर हथौड़े की बारात निकाली जाती है. यह अनूठी परम्परा वाली इस शादी में दूल्हा होता है एक भारी-भरकम हथौड़ा.
बता दें कि हथौड़े की बारात निकालने से पहले होता है कद्दू भंजन. जिस तरह से दूल्हे राजा को घोड़ी पर बैठाकर धूमधाम से ले जाया जाता है, ठीक उसी तरह से हथौड़े की बारात में सैकड़ो लोग बैंड बाजे के साथ इसमें शामिल होते हैं और जमकर डांस भी होता है.
बताया जा रहा है कि इस परंपरा का संदेश संसार की बुराइयों को खत्म करना है और हथौड़े के प्रहार से आतंकवाद भी खत्म करना इसमें शामिल है. संगम नगरी में इसी अनोखे परंपरा के साथ शुरू हो जाता है रंगपर्व होली. दूल्हा बने हथौड़े की बारात अगर बेहद भव्यता के साथ निकली तो दुल्हन कद्दू का डोला शोर व हंगामे के बिना ही विवाह स्थल तक पहुंचाया गया. और कद्दू भंजन हुआ.
बता दें कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और इस परम्परा के मुताबिक़ हथौड़े और कद्दू का मिलन शहर के बीचो-बीच हजारों लोगों की मौजूदगी में होता है. अतः इसका मकसद समाज मे फैली कुरीतियों को खत्म करना है और लोगों के मुताबिक इसी हथौड़े से आतंक का भी अंत किया जाएगा.
पाखी का पहला होली गीत जमकर वायरल, भरपूर मिल रहा दर्शकों का प्यार
Video : अक्षय कुमार ने खेली सुरक्षा जवानों संग होली, किया खूब डांस
कुंभ राशि वाले खेले नीले रंग से होली, जानिए सभी राशियों के शुभ रंग