पूजा का कमरा है अध्यात्म का द्वार

पूजा का कमरा है अध्यात्म का द्वार
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हर हिन्दू घर में आप एक पूजा का कमरा ज़रूर पाएंगे. अगर आप ज़िंदगी के थपेड़े झेलते हुए अपने अंदर को टटोलना चाहते हैं तो एक जगह बेहद ज़रूरी है जो सिर्फ पूजा के लिए हो. हिन्दू धर्म में पूजा की अलग जगह बनाने को मान्यता दी गई है. घर में एक पूजा का कमरा होने से उनको यह प्रतीत होता है कि भगवान असल में मालिक हैं और हम तो सिर्फ देखभाल करने के लिए हैं. 

सहभागिता इस बात को समझने से आती है कि किया जाने वाला काम अपना है. ज़िंदगी तब काफी आसान हो जाती है और यह एक नदी की तरह हो जाती है जो राह में बाधा आने पर भी बिना किसी थकान के समुद्र में मिल जाती है. जब आप शांत वातावरण में पूरे दिल से पूजा करते हैं तो यह काफी लाभदायक सिद्ध होता है. इसलिए पूजा घर इसके लिए सही होता है. 

ध्यान लगाने पर मन का परमात्मा के साथ मिलन होता है. अगर आप दिल से ध्यान लगाते हैं तो यह बोझ को हल्का करता है और श्रद्धालु की श्रद्धा को बढ़ाता है. घर में पूजा का कमरा होने से भगवान से आपका भावुक बंधन बनता है. वह सर्व व्यापक हैं और आपके घर में भी रहते हैं. इसलिए पूजा के कमरे को इंसान की अध्यात्मिक यात्रा का द्वार भी माना गया है.

अकाल मृत्यु से बचने के लिए करे इस मन्त्र का जाप

 

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